रायगढ़। शहर के हृदय स्थल व सिटी कोतवाली से महज 500 मीटर की दूरी पर 13-14 जनवरी की दरम्यानी रात को बुजुर्ग भाई-बहन की नृशंस हत्या के मामले में रायगढ़ पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। दोहरे हत्याकांड कर गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली भाग रहे युवती सहित तीन आरोपियों को पुलिस अधीक्षक रायगढ़ के सुझबुझ से आरपीएफ पुलिस की टीम ने झांसी में धर दबोचा है। जिन्हें लेने रायगढ़ पुलिस झांसी के लिए रवाना हो गई है। जिसे संभवत: कल लाया जाएगा और बारिकी से पूछताछ के बाद पुलिस दोहरे हत्याकांड के कारणों का खुलासा करेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के सामने स्थित पुरानी हटरी निवासी सीताराम जायसवाल 70 साल उसकी बहन अन्नपूर्णा जायसवाल 68 साल की 13-14 जनवरी की दरम्यानी रात को हत्या के बाद अगले दिन उनके ही घर में दोनों की लाश मिली थी। दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस कप्तान दिब्यांग पटेल ने हत्यारों को दबोचने व हत्या के कारणों की पतासाजी के लिए मोर्चा संभाल लिया। इस हत्याकांड का खुलासा करने पुलिस अधीक्षक ने टीमें गठित की जो प्रत्येक बिंदुओं को ध्यान में रखकर मामले के तह तक जाने के प्रयास में जुटी नजर आई, यही नहीं पुलिस अधीक्षक ने इन पांच दिनों में सीसीटीवी कैमरे के फुटेजों को बारीकी से खंगालने के साथ-साथ घटना स्थल का कई बार मुआयना किया। एसपी पटेल को यह भी संदेह था कि आरोपी कहीं यात्री ट्रेन से भाग रहे हो, जिस पर उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल की मदद ली और संदेहियों के फोटो आरपीएफ की टीमों के साथ सांझा किया। एसपी पटेल का यह संदेह बीती रात उस वक्त पुख्ता हो गया, जब झांसी आरपीएफ पुलिस ने संदेहियों को दबोच लिया, जिसमें दो युवक व एक युवती शामिल थी। आरपीएफ की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने हत्याकांड को अंजाम देने की बात स्वीकारी और कारणों के संबंध में उन्होंने चोरी की नियत से घर घुसना बताया। झांसी आरपीएफ की सूचना पर रायगढ़ पुलिस टीम आरोपियों को लेने झांसी के लिए रवाना हो गई है,जिन्हें कल तक रायगढ़ लाया जा सकता है। जिसके बाद पुलिस इस हत्याकांड से जुड़े अन्य और बिंदुओं पर बारिकी से पूछताछ करेंगी। क्योंकि यह बात हलक से नहीं उतर रही कि महज चोरी की नियत से कोई घर के अंदर घुसेगा और दोहरे हत्याकांड को अंजाम दे देगा। ऐसा हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता। इन सब बिंदुओं पर जब रायगढ़ पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ करेगी तब ही हत्या के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
आरोपियों में सभी आरोपी शहर के ही रहने वाले हैं। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी यात्री ट्रेन की माध्यम से फरार हो रहे थे, कि उन्हें रास्ते झांसी में ही दबोच लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रायगढ़ पुलिस कल सोमवार को इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है।
मध्यप्रदेश के झांसी में पकड़ाये आरोपी
चोरी करने गए थे, पकड़े जाने के डर में की थी हत्या घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी थी कि इसी दौरान पुलिस को जानकारी लगी कि पास में ही रहने वाले दो युवक इस हत्याकांड में शामिल हैं। पुलिस ने पाया कि रायगढ़ के ही रहने वाले किशन शर्मा और अतुल कुमार ने चोरी की नीयत घर में घुसकर सीताराम जायसवाल और उनकी बहन अन्नपूर्णा जायसवाल की हत्या की थी।
गोंडवाना के जनरल कोच में थे आरोपी
आरोपियों को लगा कि वह पकड़े जाएंगे तो किशन ने अपनी मंगेतर के साथ दिल्ली भागने की योजना बनाई। तीनों गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए निकले थे। दूसरी ओर पुलिस ने तीनों आरोपियों की फोटो रेल सुरक्षा बल को भेजकर उनकी तलाश शुरू कर दी। यहां शनिवार की रात जब गोंडवाना एक्सप्रेस झांसी पहुंची तो आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार कौशिक व क्राइम ब्रांच प्रभारी शिप्रा ने दो टीमों में पूरी ट्रेन को ग्वालियर तक खंगाल डाला। ग्वालियर आने से पहले तीनों आरोपियों को ट्रेन के जनरल कोच से दबोच लिया गया।
संदिग्धों की फोटो मिलान से हुआ खुलासा
सहायक रेल सुरक्षा आयुक्त केएन तिवारी ने बताया कि चलती ट्रेन में आरपीएफ टीम ने हर एक संदिग्ध का फोटो से मिलान किया। इसके बाद जब तीनों आरोपी मिल गए तो उन्हें ग्वालियर स्टेशन पर उतार कर झांसी लाया गया। यहां से रायगढ़ पुलिस को सूचित कर झांसी बुलाया गया। पुलिस के झांसी पहुंचने पर उन्हें सौंप दिया गया है।