रायपुर। पुलिस ने तेलीबांधा में एक युवक की हत्या के आरोपियों का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस मृतक के मोहल्ले से निकला जहां पर मौजूद लोगों ने हथकड़ी पहने आरोपियों को देखकर जमकर तालियां बजाई। खूनी-खूनी बोलकर हूटिंग भी की। जुलूस निकालने का वीडियो भी सामने आया है। चारों तरफ पुलिस के जवान सुरक्षा में तैनात हैं। इस दौरान आरोपी कान पकडक़र कह रहे हैं कि कानून हमारा बाप है, अपराध करना पाप है। वहीं पास में खड़ी कई महिलाओं ने भी इस कार्रवाई का समर्थन किया।
रायपुर में सिंधी समाज के पंडित की किडनैपिंग और हत्या मामले में ये तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। ये आरोपी 90 दिनों तक 7 से 8 शहरों में भटक रहे थे। मृतक के परिजनों ने राजेंद्र नगर थाने में जाकर हंगामा भी किया था। सडक़ पर धरना देने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। इसके बाद रायपुर एसएसपी ने फौरन स्पेशल टीम बनाई। टीम ने 3 दिन के भीतर ही आरोपियों को मध्य प्रदेश से रायपुर आते हुए बीच रास्ते में दबोच लिया। ये आरोपी चिराग पंजवानी, तुषार पंजवानी और सुशील खेमानी है। सूचना है कि आरोपियों को एक दिन की पुलिस रिमांड में भी ले रही है। कार में यश खेमानी के अलावा तुषार पंजवानी, तुषार पाहुजा और चिराग पंजवानी भी बैठे हुए थे। चारों ने यश शर्मा से उसके एक और दोस्त तुषार तोलानी के बारे में पूछा कि वह कहां है। यश ने उसके बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही। इसके बाद आरोपियों ने रिंग रोड के पास एक कैफे के बाहर कार रोक दी। आरोप है कि उन्होंने गाली-गलौज करते हुए यश को पीटना शुरू कर दिया। घायल यश के पुलिस को दिए बयान में लिखा है कि इस दौरान उसे बांस के डंडे से बेरहमी से मारा गया। रात 2 बजे हुई इस मारपीट के बाद यश बेहोश हो गया। इसके बाद आरोपी उसे कार में डालकर मेकाहारा अस्पताल ले गए। वहां बहाना बताकर डॉक्टर से दर्द की दवाई ली। फिर सुबह करीब 7 बजे व्हीआईपी रोड स्थित शगुन फॉर्म के कमरा नंबर 107 में पहुंचे। यहां उन्होंने 2 दिनों तक यश को बंधक बनाकर रखा। इस बीच भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। लात-घूसों से उसके छाती पर मारा। यश की चाची वंशिका ने बताया कि मारपीट से यश की हालत बिगड़ी तो आरोपी उसे चरोदा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
यश ने वहां से किसी तरह घर में फोन किया। आरोपियों ने उसे नाम और घटना न बताने की शर्त पर धमकी देते हुए घरवालों से बात करवाई। इसके बाद यश शर्मा ने डरकर घर वालों को एक्सीडेंट हो जाने का बहाना दिया फिर घर आ गया। परिजनों के मुताबिक, यश को शरीर के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें आई थी। घर में वह दर्द में तड़प रहा था। उसने खाना-पीना बंद कर दिया। यश की दादी को चिंता हुई तो उन्होंने परिवार के अन्य लोगों को बताया। फिर उसे इलाज के लिए एम्स लेकर गए।
चाची वंशिका ने बताया कि, डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि यश के शरीर के अंदर के सीने और पेट के हिस्से की अंतडिय़ां फैल गई हैं। उसके मल-मूत्र की जगह में भी ब्लॉकेज हुआ है। जिससे मल का कुछ हिस्सा शरीर में भी फैल गया है और इन्फेक्शन हो गया है। डॉक्टरों से जानकारी मिलने के बाद घरवालों ने यश से सच बताने को कहा। इसके बाद यश ने एम्स में ही परिजनों को सारी जानकारी दी। आरोपियों ने सिगरेट से उसकी कलाइयों को कई जगह जलाया था। जिससे हाथों में फफोले हो गए थे। एम्स से वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और होश आने पर यश का बयान दर्ज किया था। उसने होटल के कमरे में दर्द खत्म करने के लिए जबरन शराब पिलाने की भी बात कही थी।
करीब 90 दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद यश की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों में बड़ी नाराजगी है। वंशिका ने बताया कि यश शर्मा के पिता राजकुमार शर्मा की मौत हो चुकी है। उसकी मां अलग रहती है। यह अपनी दादी के साथ रहता था। उसके ऊपर घर की जिम्मेदारी थी, इसलिए वह सिंधी शादियों में पूजा पाठ का काम करता था।
इस मामले में पुलिस ने दिसंबर महीने में बेंगलुरू से एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी वारदात के बाद करीब डेढ़ महीने से पुलिस से बचते हुए छिप रहा था। पुलिस ने एक आरोपी तुषार पाहुजा की लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। तुषार गली नंबर 7 तेलीबांधा का रहने वाला है। इस मामले में तीन अन्य आरोपी भी गिरफ्तार है सभी आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग और मर्डर का मामला दर्ज है।
राजधानी पुलिस ने हत्यारों का निकला जुलूस
युवक को किडनैप कर ली थी जान
