रायगढ़। नगरीय निकाय चुनाव के लिए रायगढ़ हेतु कांग्रेस के पर्यवेक्षक चन्द्रदेव राय का आज रायगढ आगमन हुआ। इस दौरान कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस का हर नेता,पार्षद की टिकट के दावेदार ,महापौर की टिकट के दावेदार के अलावा उनके समर्थक ,और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ज्ञातव्य होकि 2019 के चुनाव में कांग्रेस नगर निगम के 48 वार्डों में से कांग्रेस के 24 पार्षद चुनाव जीते थे और बाद में दो निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस में शामिल हो जाने से उसके 26 पार्षद हो गए और इस तरह रायगढ नगर निगम में कांग्रेस का मेयर और सभापति बना था। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर्यवेक्षक चन्द्रदेव राय ने कहा कि रायगढ़ नगर निगम में कांग्रेस का लक्ष्य 48 में से 40 वार्डों में पार्षद जिताने तथा छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक वोटों से महापौर को जिताने का है। यह बताना लाजिमी होगा कि आज के इस चुनावी बैठक में कांग्रेस के आधे दर्जन से अधिक मौजूदा पार्षद मौजूद ही नहीं थे। जिसकी चर्चा जोरों पर रही, वहीं शहर के आधे से अधिक वार्डों से दावेदार भी नजर नहंी आए। हालांकि चुनाव प्रभारी सभी को एकता के सूत्र में बांधने की बात तो जरूर कर कह रहे हैं, परंतु मौके पर यह स्थित देखने को नहीं मिली। अभी भी तात्कालिक शहर सरकार के अंदर कांग्रेसी पार्षदों के बीच मनमुटाव दूर नहीं हुआ है। ऐसा कुछ न केवल देखने को मिला बल्कि यह चर्चा का भी विषय बना रहा। आज की इस बैठक में शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला, पूर्व विधायक प्रकाश नायक, पूर्व ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष नगेंद्र नेगी, पूर्व महापौर श्रीमती जानकी बाई काटजू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपक पांडेय के अलावा कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस से महापौर पद के दावेदार नारायण घोरे ने शताधिक समर्थकों के साथ चुनाव प्रभारी के समक्ष अपनी मजबूत दावेदारी पेश की।