पहली बार यह सार्वजनिक रूप से स्वीकार करता हूं कि मेरे जीवन के सकारात्मक लेखन का बीजारोपण करने वाले व्यक्ति आप ही है,..एक दशक से अधिक लंबे समय तक आपके के साथ के दौरान नशा मुक्ति अभियान के सारथी के रूप में साथ रहा…भाजपा के महामंत्री रहते हुए अपने अपनी सरकार होते हुए नशा मुक्ति अभियान शुरु किया..अनेक रुकावटें…अनेक आरोप…मार्ग में बाधा बन कर खड़ी हुई..लेकिन अपने सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा..नशा मुक्ति अभियान के दौरान आपके सानिध्य से यह सीखने मिले कि विरोध के लिए शब्दों की नहीं बल्कि खामोशी की जरूरत है….
आपकी सलाह पर मैने ‘देवो के देव महादेव’ नामक एक सीरियल देखा इसके बाद आपके सार्वजनिक जीवन में मौजूद सकारात्मकता को महसूस करने का अवसर मिला..राजनीति में नेता दिलासा नामक झूठ का इस्तेमाल खुलेआम करते है लेकिन आप झूठी दिलासा से दूर रहे…बहुत से कार्यकर्ताओं के लिए झूठी दिलासा जी जीवन है..राजनैतिक जीवन सफर में आप झूठी दिलासा से दूर रहे..पद के साथ लोभ मोह अहंकार जैसी बुराई आती है लेकिन विपक्ष हो या सत्ता आप लोभ मोह अहंकार जैसी बुराइयों से दूर रहे…राजनीति धन संग्रह का सरल माध्यम माना जाता है लेकिन सार्वजनिक जीवन में पद में रहते हुए गलत रूप से चन्दा किए जाने सहित धन उगाही का एक भी आरोप आपके दामन पर नहीं लगा..बल्कि चन्दा देने वाले चन्दा स्वीकार नहीं किए जाने पर आपके यहां से निराश लौटे है..सार्वजनिक जीवन में आपने अनेकों बार हंसते हुए अपमान का विष पिया..अपमान का विष पी लेना बहुत कठिन कार्य है लेकिन महादेव के इस चमत्कारिक सीरियल को आपने सही मायने में आत्मसात किया..एक दशक से आपके साथ रहने के बाद मैं यह बाद दावे से कह सकता हूं कि दूर रहने वाले आपको नहीं जानते और करीब रहने वाले बिलकुल नहीं जानते…राजनीति में आपने कभी भी वर्चस्व बनाने एवं वर्चस्व बनाए रखने के लिए प्रयास नहीं किया बल्कि कार्यकताओं को स्वतंत्र छोड़ा…आपने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन आपके लिए जिंदाबाद हर कार्यकर्ताओं के दिल में मौजूद रहेगा..मै अपने जीवन में भी नैतिक मूल्यों का महत्व बारीक से समझ पाया…सुख शांति का अनुभव कार्य के दौरान कैसे लिए जाता है आपसे यह सीखना बेमिसाल रहा…नेगेटिव व्यक्तियों के सामने अंधा बहरा बन जाने की बेजोड़ कला कोई आपसे सीखे….राजनीति में जो दिखता है वही लोगो को समझ अधिक आता है राजनीति से जुड़े लोग उंगली कटाकर शहीद का दर्जा हासिल करना चाहते है आप प्रदर्शन की राजनीति से दूर रहे….आपकी सरलता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि आपके राजनैतिक जीवन में षड्यंत्र पूर्वक लगाए गए धूर्त मक्कार लोगों को भी माफ कर दिया..यह आपकी सकारात्मक राजनीति का उत्कृष्ट उदाहरण है..पार्टी के लिए आप पूर्व ही गए लेकिन मेरे लिए अभूतपूर्व पॉलिटिकल पर्शन है..आपके द्वारा बताई गई सकारात्मक विचारधारा मेरे लिए अनमोल पूंजी है इसे सदा सहेज कर रखूंगा
गणेश अग्रवाल
(लेखक राजनैतिक विषयों के लेखक है)
पूर्व नहीं अभूतपूर्व जिलाध्यक्ष रहे उमेश अग्रवाल..
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