रायगढ़. विगत सप्ताहभर से कभी तेज धूप तो कभी उमस के चलते लोग बेहाल थे, इस दौरान गुरुवार को सुबह से रूक-रूक कर हो रही वर्षा से गर्मी से राहत मिली है। साथ ही मौसम विभाग ने अरेंज अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ वज्रपात भी होने की संभावना है।
गौरतलब हो कि विगत सप्ताहभर से जिले में बारिश बंद हो गई थी, जिससे कभी धूप तो कभी बादल होने के कारण मौसम में काफी उमस भर गया था, जिसका असर लोगों के सेहत पर भी पडऩे लगा था। वहीं बारिश नहीं होने से किसानों की भी चिंताए बढ़ गई थी। ऐसे में दो-तीन दिनों से मौसम में बदलाव के साथ बीच-बीच में हल्की वर्षा शुरू हुई, लेकिन इससे गर्मी से राहत नहीं मिली, लेकिन अब उत्तर ओडिशा सहित आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवात बनने के कारण फिर से वर्षा शुरू हुई है, वहीं चक्रवात को देखते हुए मौसम विभाग ने रायगढ़ जिला के लिए शुक्रवार को सुबह तक अरेंज अलर्ट जारी करते हुए संभावना व्यक्त किया है कि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ वज्रपात होने की संभावना है। हालांकि गुरुवार को दोपहर से ही रूक-रूक कर बारिश हो रही है, लेकिन इसके बाद भी अधिकतम तापमान में कुछ खास गिरावट दर्ज नहीं की गई है।
हल्की से मध्य वर्षा की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और निकटवर्ती उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर स्थित है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण पश्चिम की ओर झुकते हुए औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है तथा अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने तथा दक्षिण ओडिशा और उतरी आध प्रदेश तट से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे की संभावना है। जिसके चलते रायगढ़ जिला के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ व्रजपात होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
किसानों के खिले चेहरे
विगत 15 दिनों से बारिश बंद होने के कारण खेतों में दरारें आ गई थी, जिसको लेकर किसानों की चिंतएं बढ़ गई थी। वहीं अब दो-तीन दिनों से रूक-रूक कर हो रही बरसात से काफ राहत मिली है। इसके साथ ही गुरुवार को दोपहर से हो रूक-रूक कर हो रही अच्छी बारिश हो रही है। साथ ही शुक्रवार को भी वर्षा होने की संभावना है, जिसको लेकर किसानों का कहना है कि अगर अच्छी वर्षा हो जाती है तो फसल के लिए काफी लाभदायक होगा। क्योंकि अभी धान फसल को पानी जरूरत है।