रायगढ़। जिला मुख्यालय स्थित बरसो पुराने इतवारी बाजार को संवारने के लिये आक्सीजोन के रूप में ओपी चौधरी का सपना पूरा होनें से पहले यहां सालों से पसरा लगाने वाले सब्जी विके्रता संघ के लोगों ने मोर्चा खोलते हुए विरोध शुरू कर दिया है। जबकि आक्सीजोन बनने से यहां के रहवासियों को साफ-सुथरी हवा मिलेगी और वातावरण में खुबसुरती का नया नजारा भी देखने को मिलेगा। हालांकि आक्सीजोन बनाने के साथ-साथ संडे मार्केट को भी व्यवस्थित करने के लिये समुचित प्रयास किया जाना जनहित में होगा।
मिली जानकारी के अनुसार आज पसरा लगाने वाले सब्जी विके्रता व अन्य व्यापारी सैकड़ो की संख्या में वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के कार्यालय में घुसकर इसका विरोध करते नजर आये। लेकिन सोते से जागते हुए अधिकारियों ने घंटो बाद उन्हें वहां से खदेडा और यह कहा गया कि बिना अनुमति व बिना जानकारी ऐसे मंत्री के कार्यालय में आकर विरोध प्रदर्शन करना अपराध की श्रेणी में आता है और देखते ही देखते पूरा कैंपस खाली भी हो गया है। बाद में एसडीएम प्रवीण तिवारी तथा निगम आयुक्त बृजेश कुमार क्षत्रीय ने अपनी टीम के साथ इतवारी बाजार जाकर मौके का मुआयना भी किया। साथ ही साथ चर्चा करने के बाद इसका हल निकालने को भी कहा है।
इतवारी बाजार में करोड़ो की लागत से आक्सीजोन बनाने के लिये रायगढ़ विधायक व प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने वृहद योजना बनाई है, चूंकि शहर के बीचो बीच इतवारी बाजार का स्थल चयन करने के पीछे यह मंशा है कि शहरवासियों को एक साफ-सुथरे वातावरण का लाभ मिलेगा और वहां आक्सीजोन बनने से लगातार फैल रहे औद्योगिक प्रदूषण से कुछ हद तक राहत मिलेगी। इतना ही नही पार्क के रूप में विकसित होनें के बाद इतवारी बाजार की पूरी शक्ल ही बदल जाएगी मगर इसकी पूरी जानकारी नही होनें से यहां सालों से पसरा लगाने वाले छोटे व्यापारी विरोध करते हुए यह बता रहे हैं कि उनका साप्ताहिक व्यापार पूरी तरह चौपट हो जाएगा और आक्सीजोन बनने से उन्हें वहां से खदेड दिया जाएगा। जबकि न तो निगम ने ऐसा कोई फरमान जारी किया है और न ही आक्सीजोन की योजना में ऐसी कोई बात कही गई है। बावजूद इसके छोटे व्यापारियों ने विरोध का स्वर बुलंद करते हुए वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी से मिलकर इसे कहीं और शिफ्ट करने की मांग पर अड गए हैं। इस पूरी कवायद में यह बात साफ हो जाती है कि आक्सीजोन की योजना शहरवासियों के लिये एक वरदान साबित होगी और यहां किसी भी पसरा व्यापारी को कहीं और खदेडऩे की योजना नही है गलत फहमी का शिकार हुए पसरा व्यापारियों को बकायदा यह भी समझाया जा रहा है कि साफ-सुथरे वातावरण से उनको भी लाभ मिलेगा और कई सुविधाएं जो वर्तमान में इतवारी बाजार में नही है वो भी छोटे व्यापारियों को मिलेगी। रायगढ़ एसडीएम प्रवीण तिवारी, निगम आयुक्त बृजेश कुमार क्षत्रीय ने इतवारी बाजार जाकर व्यापारियों के नेताओं का बताया है कि जिस प्रकार आक्सीजोन बनना है उससे कितना लाभ होगा और व्यापारियों को हटाने की योजना भी नही है। अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में गुमराह व्यापारियों को समझाने में निगम प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारी कितना सफल हो पाते हैं।
हकीकत से भी वाकिफ हों जिला प्रशासन व मंत्री जी
एक तरफ जहां संडे मार्केट परिसर में आक्सीजोन की पहल शहर की बिगड़ती पर्यावरणीय स्थिति को देखते हुए एक बेहतर कदम माना जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर यहां पर पिछले कई दशकों से पसरा लगाकर सब्जी भाजी व अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले फुटकर व्यापारियों की आशंका भी गलत नही है। दरअसल संडे मार्केट में रविवार के दिन जो मार्केट लगता है वह संडे मार्केट के साथ-साथ पूर्व के मंडी स्थल परिसर तक फैला हुआ होता है। ऐसे में मंडी परिसर के स्थल पर आक्सीजोन बनाये जाने से आखिर ये व्यापारी कहां जाएंगे। दरअसल आक्सीजोन बनने से करीब आधे व्यापारियों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ेगा। इसी बात को लेकर अब तक पुराने मंडी परिसर क्षेत्र में व्यापार करने वाले चितिंत हैं। दरअसल जिला प्रशासन को इस स्थल पर आक्सीजोन बनाने से पहले इन भयभीत व्यापारियों के उचित व्यस्थापन की पहल करनी चाहिए और मंत्री जी को भी इस दिशा में पहल करने की जरूरत है।
इतवारी बाजार के मंडी क्षेत्र में लगा सकते हैं पसरा
सूत्र बताते हैं कि इतवारी बाजार के पसरा व्यापारियों के आंदोलन के रूख को भांपकर मंत्री ओपी चौधरी ने बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया है। ऐसी कुछ जानकारी मिल रही है कि इतवारी बाजार के आधे हिस्से में पसरा व्यपारियों को अपनी दुकान लगाने की इजाजत मिल गई है। ऐसा लगता है कि यह एक वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है। शहर के बीच आक्सीजोन बनने से शहर का हृदय स्थल में निवासरत लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं। खासकर रविवार के दिन इतवारी बाजार के चारों ओर मार्गोँ पर जहां जाम की स्थिति से उन्हें मुक्ति मिलेगी तो वहीं बाजार के दूसरे दिन सोमवार को होने वाली गंदगी व बदबू से भी आसपास के रहवासियों को राहत मिलेगी, लेकिन सवाल यह उठता है कि साप्ताहिक बाजार का आखिर क्या होगा? क्या शहर में आने वाले समय में साप्ताहिक बाजार बंद हो जाएगा या फिर इसे कहीं और व्यवस्थापन किया जाएगा।