रायपुर। प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बेटे हरीश कवासी के घर श्वष्ठ ने छापेमारी की है। रायपुर के धरमपुरा स्थित कवासी लखमा के बंगले में टीम पहुंची है। यहां दस्तावेज खंगालने के बाद अफसर पूर्व मंत्री की कार को घर से बाहर निकालकर तलाशी ली। बंगले में बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवान मौजूद हैं।
कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित घर में भी ईडी ने छापा मारा है। सुकमा जिले में हरीश कवासी और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी गई है। हालांकि, कांग्रेस ने इस कार्रवाई को चुनाव से जोड़ा और कहा कि, चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जाता है।
बता दें कि शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा पर एफआईआर दर्ज है। जिन्हें हर महीने 50 लाख दिए जाने का जिक्र है। वहीं कवासी लखमा के बेटे वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। अधिकारियों की टीम उनके घर पर भी दस्तावेज खंगाल रही है। बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवान उनके घर के बाहर मौजूद हैं।
ईडी ने दो पूर्व मंत्री पर भी कराई थी एफआईआर
छत्तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले मामले में ईडी ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 100 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल हैं। वहीं 2161 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ईडी ने ट्रिपल ए यानी आईएएस अफसर, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को घोटाले का मास्टरमाइंड बताया था। जिसके बाद एसीबी इस मामले में अलग से कार्रवाई कर रही है। एफआईआर में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम भी एफआईआर में शामिल है, जिन्हें हर महीने 50 लाख दिया जाता था।
पूर्व मंत्री कवासी और बेटे के घर ईडी की रेड
शराब घोटाले में हर महीने 50 लाख मिलने का दावा
