जशपुरनगर। जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रानीकोम्बो घांसीडीपा में चोरी छिपे घर में गौवंश का वध कर व उसका मांस बनाकर खरीद-विक्री करने वाले 4 आरोपियों को नारायणपुर पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 5 किलो गौमांस, टांगी, छुरी, नगदी 400 रू. एवं परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त कर आरोपी नरेन्द्र सन्यासी उम्र 40 साल निवासी रानीकोम्बो, झमन सन्यासी उम्र 50 साल निवासी रानीकोम्बो, जगरनाथ विष्वकर्मा उम्र 45 साल निवासी बनकोम्बो व धनकुंवर मिंज उम्र 44 साल निवासी बनकोम्बो को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 25 दिसंबर को थाना नारायणपुर को मुखबीर से सूचना मिला कि ग्राम रानीकोम्बो घांसीडीपा के झमन सन्यासी एवं नरेन्द्र सन्यासी दोनों भाई मिलकर अपने घर में एक गौ-वंश का क्रुरतापूर्वक वध करके उसका मांस को खाने एवं विक्रय करने के उद्देष्य से रखे हैं, इस सूचना पर तत्काल थाना नारायणपुर से उप निरीक्षक शिव कुमार यादव हमराह स्टॉफ प्र.आर. 444 अजय कुजूर, आर. 709 योगेश भगत, न.सै. 339 विरेन्द्र भगत, सै. 262 अमित तिर्की के साथ आगामी कार्यवाही हेतु रवाना हुये। टीम द्वारा मुखबीर सूचना पर बताये हुये झमन सन्यासी एवं नरेन्द्र सन्यासी के घर में दबिश देकर घेराबंदी करने पर झमन सन्यासी एवं नरेन्द्र सन्यासी दोनों मिले एवं वहां पर एक बछिया को काट कर मांस को खाने/विक्रय करने के लिये रखना पाया गया। पूछताछ करने पर उक्त गौ मांस में से 01 किलो जगरनाथ विष्वकर्मा को एवं 01 किलो धनकुंवर मिंज को 200-200 रू. प्रति किलो के हिसाब से कुल 400 रू. में विक्रय कर देना बताये, शेष रखा हुआ है। पुलिस द्वारा उपरोक्त दोनों आरोपियों से गौ मांस, घटना में प्रयुक्त टांगी, छुरी एवं विक्रय से प्राप्त रकम कुल 400 रू. जप्त किया गया।
आरोपी नरेन्द्र सन्यासी के मेमोरंडम कथनानुसार प्रकरण के अन्य आरोपी जगरनाथ विष्वकर्मा एवं धनकुंवर मिंज को मोटर सायकल क्र. सी.जी. 15 सी.डी. 4289 से घर जाने के दौरान रास्ते में दबिश दिया गया उनके द्वारा दोनों भाईयों से कुल 02 किलो गौ-मांस खरीदना स्वीकार किया गया है। उपरोक्त सभी आरोपियों के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें दिनांक 25.12.2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। विवेचना कार्यवाही एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में उप निरीक्षक शिव कुमार यादव, म.प्र.आर. 598 अल्पना तिर्की, प्र.आर. 444 अजय कुजूर, आर. 602 प्रदीप भगत, आर. 709 योगेश भगत, न.सै. 339 विरेन्द्र भगत, सै. 262 अमित तिर्की का विशेष योगदान रहा है।