रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के 25 दिसंबर को जन्मदिन पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर को छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मशती है। अटल जी का छत्तीसगढ़ से और छत्तीसगढ़ के लोगों से हमेशा आत्मीय लगाव रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण में अटल जी की भूमिका को याद करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़वासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए छत्तीसगढ़ के विकास और यहां के लोगों की समृद्धि के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया। अटल जी के सपनों को पूरा करने की दिशा में राज्य सरकार बड़ी तेजी से काम कर रही है। छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के 25 वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। हमने अटल जी की स्मृति में इस रजत जयंती वर्ष को ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत राज्य में अधोसंरचना विकास के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अटल जी कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ एक ओजस्वी वक्ता और कवि हृदय सरल व्यक्तित्व थे। अटल जी की याद में उनका जन्मदिन ’सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। अटल जी का सपना था – एक सशक्त, समृद्ध और खुशहाल भारत। उसी सपने को साकार करते हुए छत्तीसगढ़ आज शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस के अवसर पर हम सभी को अटल जी के दिखाए रास्तों पर चलकर विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में अपना योगदान देकर अटल जी के स्वर्णिम भारत के स्वप्न को पूर्ण करने में सहभागी बनने के लिए दृढ़संकल्पित होना चाहिए।
सीएम साय ने डॉ. हरिसिंह गौर की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रसिद्ध विधिवेत्ता, शिक्षाविद, समाज सेवी और सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर की 25 दिसंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ.गौर बीसवीं शताब्दी के सर्वश्रेष्ठ शिक्षाविदों में से एक थे। उन्होंने शिक्षा, कानून, और साहित्य के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान दिया। वे भारतीय संविधान सभा के सदस्य भी रहे। उन्होंने युवाओं में उच्च शिक्षा के प्रसार हेतु सागर विश्वविद्यालय की स्थापना की। देवदासी प्रथा को बंद कराने और महिलाओं को वकालत करने का अधिकार दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. गौर का व्यक्तित्व प्रेरणादायक और सम्पूर्ण जीवन अनुकरणीय है।
सीएम साय ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारतरत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी की 25 दिसम्बर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मालवीय जी भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले अग्रणी नेताओं में से एक थे। पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले मालवीय जी ने नवयुवकों के चरित्र-निर्माण के लिए और भारतीय संस्कृति की जीवंतता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की। उनका मानना था कि संसार के जो राष्ट्र उन्नति के शिखर पर हैं, वे शिक्षा के कारण ही हैं। वे अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के बीच प्रिय थे। वे भारत के पहले और अंतिम व्यक्ति थे जिन्हें ‘महामना’ की उपाधि से विभूषित किया गया। मालवीय जी का निस्वार्थ जीवन हम सभी को सदा निस्वार्थ देशसेवा और मानवसेवा के लिए प्रेरित करते रहेगा।