रायपुर। मेरी बिटिया 14 साल की है। स्कूल जाने से मना करती थी। गुमसुम रह रही है। स्कूल में टीचर से संपर्क किए तो टीचर बोली कि कुछ हुआ है काउंसलर से बात कीजिए। जब बच्ची को काउंसलर के पास लेकर गए तो… इतना कहकर छात्रा के पिता सिसक-सिसककर रोने लगे। मामला है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बच्ची से हुए रेप का। निजी स्कूल में 9वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के साथ 11वीं कक्षा के छात्र ने ही दुष्कर्म किया। पिता का आरोप है कि, लडक़े के पिता पुलिस में हैं, जिसके कारण केस कमजोर किया गया।
माामला पुलिस तक पहुंचने के बाद राजेन्द्र नगर थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। अब नाबालिग को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। परिजनों का आरोप है कि, 11वीं का छात्र पिछले 2 महीनों से 14 साल की बच्ची को परेशान कर रहा था। छात्रा को डरा धमकाकर उसने शोषण किया है। बताया जा रहा है कि, छात्रा ने इसकी जानकारी टीचर को भी दी थी।
स्कूल के प्रबंधक ने कहा कि, हमें शुक्रवार को साढ़े 10 बजे पुलिस थाने से घटना की जानकारी मिली। छात्र का नंबर और पता मांगा गया था। स्कूल परिसर में हुई घटना के मामले में जब मैनेजमेंट से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि, सभी तरफ से लापरवाही हुई होगी। हम कमेटी बनाकर जांच करेंगे।
साइकेट्रिस्ट से बातचीत में छात्रा ने बताया कि, क्लास रूम से लडक़ा चलते क्लास में बुला के ले जाता था। स्कूल में गलत काम करता था। पिछले कई महीने से ये चल रहा है। स्कूल की मैम को बताने पर वे उसी को डांट दिए। साइकेट्रिस्ट ने बताया तो ये सब पता चला नहीं तो और कब तक कितने दिन तक शोषण होता रहता नहीं बता सकते थे। पिता ने आगे कहा कि, बच्ची आज तक किसी से भी बात नहीं कर पा रही है। 3-4 महीने से तो बच्ची बता रही है लेकिन उससे भी पुरानी घटना होगी। क्योंकि लडक़ा पिछले 1-डेढ़ साल से उसके संपर्क में था। बहाने से बुला कर ले जाता था। स्कूल, क्लास रूम जहां कैमरे नहीं लगे वहां लेकर जाता था। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। पिता ने कहा कि, केस को कमजोर किया गया। शाला प्रबंधन भी उन्हीं का पक्ष ले रहे हैं क्योंकि पिताजी पुलिस में है। मैं दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई चाहता हूं। गृह मंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई। आवेदन दिए हैं, फोन में बात हुई है, आश्वासन दिए हैं, कहा कि किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।