रायगढ़। जिला मुख्यालय में जिंदल कंपनियों के अधिकारियों के द्वारा धरना प्रदर्शन कर रहे चार युवकों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। पीडि़तों के अनुसार इस दौरान उन्हें जिंदल कर्मियों के द्वारा कार से कुचलने का भी प्रयास किया गया। जिसमें वे बाल-बाल बचे। पीडि़त की शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है। उक्त मामला कोतरा रोड थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक कोतरा रोड थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम धनागर निवासी देवा पटेल 21 साल ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि वह केशव पटेल 28 साल, विवेक शर्मा 28 साल के अलावा टीकम यादव 18 साल के साथ 19 दिसंबर की सुबह 08.30 बजे एनएच 49 में जिंदल के सीमेंट प्लांट के पास धरने पर बैठा था। पीडि़त ने बताया कि दोपहर करीबन 2 बजे जिंदल के लाइजिंग अधिकारी हेमंत वर्मा, अवधेश शुक्ला, नरेंद्र चंदेल, अशोक शर्मा लोग अपने गाडी से आये और विवेक शर्मा के द्वारा गाडी रूकवाया गया तब हेमंत वर्मा ने गुस्से में उतर कर गाली गलौज करते हुए बोला कि तुम लोग गुंडा बन रहे हो दादागिरी कर रहे हो कहते हुए कालर को पकडा और हाथ मुक्का से मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दिया गया।
पीडि़त की शिकायत के बाद कोतरा रोड पुलिस ने जिंदल कंपनी के चार अधिकारी हेमंत वर्मा, नरेन्द्र चंदेल, अवधेश गुप्ता के अलावा अशोक वर्मा के खिलाफ धारा 296, 351(2), 115(2), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है।
पूर्वजों की जमींन का अधिग्रहण
देवा पटेल ने बताया कि वह स्नातक तक की पढाई पूर्ण कर बेरोजगार है जिंदल प्लांट के द्वारा आज से करीब 10 वर्ष पूर्व हमारी पूर्वजों के जमींन को अधिग्रहण कर उसके एवज में नौकरी देने की बात हुई थी जो करीबन 3 साल पहले से नौकरी देने के नाम से टाल मटोल करते आ रहे। कई बार आंदोलन करने के अलावा बार-बार चक्कर पे चक्कर काटने के बावजूद गांव के कई युवाओं को आज तलक नौकरी नही मिल सकी है।
चक्कर पर चक्कर काटते रहे युवा
देवा पटेल ने बताया कि पिछले समय उन्होंने जिंदल कंपनी में नौकरी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। तब जिंदल के अधिकारियों ने लिखित में आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवाया था और कहा गया था कि पांच-पांच करके युवाओं को कंपनी में लेने की बात कही गई थी। लेकिन एक साल से अधिक समय तक चक्कर पे चक्कर कटवाने के बावजूद आज तलक नौकरी नही दिया गया।
हर बार मिलता रहा आश्वासान
जिंदल कंपनी के अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया था कि सीमेंट प्लांट के पास काम चालू होते ही युवाओं को काम में लिया जाएगा। लेकिन काम चालू होनें के बाद भी युवाओं को नही लिया गया। इसी बीच कल कुछ लडक़े प्लांट तरफ गए थे तब उन्होंने देखा कि काम चल रहा था। जिसके बाद चारो युवक फिर से धरने पर बैठ गए और फिर गार्ड ने इस मामले की जानकारी लाईजनिंग विभाग के अधिकारियों को दी जिसके बाद वहां से आये जिंदल कंपनी के अधिकारियों ने गाड़ी को सीधे युवकों पर चढ़ाने प्रयास किया गया।