पखांजुर। ऑल इण्डिया किसान खेत मजदूर संगठन एआईकेकेएमएस ने शासन-प्रशासन द्वारा संचालित धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों की तमाम समस्याओं की समाधान करने को लेकर संगठन नाराजगी जाहिर की। संगठन मांग कि है कि समर्थन मूल्य में धान खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त बरदा उपलब्ध करायें,आश्रित गांव के दिनों में वाटें और खरीदी सुची चस्पा करें, प्रतिदिन खरीदी लिमिट में बृद्धि करें,ऑनलाइन डाटा ऑपरेटरों की वैकल्पिक व्यवस्था करें, सुखती-झुकती कटौती,माप तौल हेतु किसानों से नगद भुगतान करने को मजबूर करना आदि शोषण बंद करें आदि बिन्दु फर संगठन एवं किसानों में आक्रोश नजर आ आरहा है। पखांजुर अनुविभागीय अधिकारी से खरीदी केन्द्रों की बदहाल परिस्थिति और किसानों की धान खरीदी करना बंद है उसे जल्द चालु करने और वर्तमान में केन्द्रों में पल रहे और समस्याओं में बृद्धि हो रहे उनका समाधान करने की अपील की।मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री,विधायक, संसद,संचालक,कलेक्टर आदि के नाम अनुविभागीय अधिकारी रा. पखांजुर के हाथों खरीदी केन्द्रों की अवस्था को दुरुस्त करने और किसानों को समर्थन मूल्य में फसलें बिक्री का शतप्रतिशत गारंटी और लाभ देने के माग पर ज्ञापन सौपा। ब्लॉक अध्यक्ष अजित मिस्त्री, उपाध्यक्ष दिलीप विश्वास, सुधिर मण्डल, उप सचिव जयंत सरकार, गौतम मण्डल आदि ने कहां है कि सरकार 31 सौ रुपये में 21 कुंटल धान खरीदी की घोषणा तो किया परंतु किसानों से खरीदने का पुख्ता व्यवस्था नहीं की है।खरीदने समय सीमा निर्धारित कर ली और अवस्था के कारण किसान धान बिक्री नहीं कर सकेंगे और बिक्री का समय सिमा खत्म हो जायेंगे।यहां समर्थन मूल्य 3100/-की धान वहां 1800रुपये में बाजारों में बेचने मजबूर करेंगे। क्योंकि बाजार दर उद्योग पतियों द्वारा निर्धारित होता है।पुंजीपतियों द्वारा संचालित बिचौलियों से भरा हुआ सरकार के नियंत्रण से बहार शोषणकारी बाजार व्यवस्था में किसानों को धकेल देंगे। अधिक लागत का फसल ओने पोने दाम कम किमत पर बेचकर किसनों कर्ज में डुब जायेंगे।खरीदी केन्द्रों कि तमाम समस्याओं कि समाधान में निम्न मांग की है .प्रत्येक खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध कराए,खरीदी केन्द्रों में किसानों से बारदाना न मांगा जाए।. खरिदी केन्द्र के आश्रित ग्राम एवं हितग्राहियों को सप्ताह में निर्धारित दिन को तय किया जाए एवं निर्धारित दिनों के अनुसार उक्त ग्राम का हितग्राहियों का धान खरीदा जाए।
खरिदी केन्द्रों में खरिदी की जाने वाली ग्राम का नाम दिन सुचि चस्पा किया जाए।.प्रतिदिन धान खरीदी लिमिटे समाप्त करें अथवा उसे और अधिक बृद्धि करें। ऑनलाईन ऑपरेटरों का वैकल्पिक व्यवस्था कर प्रतिदिन धान/मक्का खरीद करें।.पंजीकृत समस्त किसानों कि धान / मक्का समर्थन मूल्य में खरीदी केंद्र में पूरी-पूरी मात्रा बिक्री करने तक खरीदी केंद्र खुली रखें।.शासन-प्रशासन का नियम विरुद्ध खरिदी केन्द्रों में किसानों से सुखत मात्र में कटौती, माप तौल में नगद में वसूली बंद किया जाए।उन पर सख्त कार्यवाही की जाए।उक्त गंभीर समस्या का समाधान हेतु किसानों के हित में निर्णायक कदम उठाए जाने की अपील कि है।
धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की समस्या को लेकर एआईकेकेएमएस ने शासन-प्रशासन से लगाई गुहार
