रायगढ़। शहर की प्रसिद्ध धार्मिक एवं सामाजिक संस्था श्री रानी सती दादी सेवा समिति के सभी श्रद्धालुगण समयानुसार धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम को भव्यता देते हैं। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आज 8 से 9 दिसंबर तक कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती आशा अग्रवाल टाइटन, अध्यक्ष श्रीमती ममता गर्ग सचिव ममता भालोटिया के विशेष मार्गदर्शन में दो दिवसीय नारायणी – नारायण महोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन नटवर स्कूल मैदान में किया जा रहा है।
सजा है भव्य दरबार
नटवर स्कूल मैदान में इस भव्य आयोजन के लिए कोलकाता रानीगंज के कलाकार अपनी मनभावन कलाकृति से भव्य दरबार को सजाए हैं जिसकी खूबसूरती देखते ही बन रही है। वहीं इस कार्यक्रम में खरसिया, चांपा, रांची, आगरा, राउरकेला, कोरबा, मध्यप्रदेश सहित अनेक जगहों से दादी समिति के श्रद्धालुगण शिरकत किए हैं। इसी तरह पूजा-अर्चना कार्यक्रम के अन्तर्गत सवामन रोली अभिषेक व दादी जी का मुकलावा होगा व महाआरती का समय 9 बजे रात तक है साथ ही 56 भोग और सवामनी भोग श्रद्धा से अर्पित होगा। इस आयोजन को यादगार व सफल बनाने के लिए श्री रानी दादी सेवा समिति रायगढ़ के सभी सदस्यगण जुटे हैं।
नारी रत्न राज दीदी का आत्मीय स्वागत
आज कार्यक्रम के पहले दिन दोपहर तीन बजे बनाए गए भव्य मनभावन पंडाल में वर्ल्ड रिनाउल्ड लाइफ ट्रांसफॉरमेशनल स्पीकर नारी रत्न श्रीमती राजेश्वरी मोदी (राज दीदी) मुंबई का पहली बार छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में शुभागमन हुआ। समिति की महिला सदस्यों ने आत्मीय स्वागत किया। इसके पश्चात मंच में सजा दो घर को गुलशन से, मेरे सरकार आए हैं और छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति गीत छत्तीसगढ़ महतारी तोला बारंबार प्रणाम है की मनभावन नृत्य प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात राज दीदी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। वहीं मंच पर उनका कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती आशा अग्रवाल टाइटन, सुनील अग्रवाल, अध्यक्ष श्रीमती ममता गर्ग, सचिव ममता भालोटिया ने आत्मीय सम्मान राज दीदी का किया। वहीं विनिता और संध्या का सम्मान श्रीमती संतोष चिराग ने किया। इसी तरह समिति की सभी सदस्यों ने आगंतुक अतिथियों का सम्मान किया। सम्मान कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्रगान किया व भारत माता के जयकारे और दादी माता के जयकारे से महोत्सव सदन गुंजायमान हो गया।
आजीवन खुश रहने का मंत्र
कार्यक्रम में शिरकत कीं सुप्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर रेकी व एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ राज मोदी ने अपने दिव्य उद्बोधन से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बड़े ही सहज सरल ढंग से आजीवन खुश रहने का मंत्र देते हुए कहा कि इस ब्रम्हांड में दो प्रकार की ऊर्जा निहित है। पहला सकारात्मक, दूसरा नकारात्मक। जब कोई भी व्यक्ति सकारात्मक ऊर्जा के संपर्क में होते हैं तो सहज भाव से ही अपने जीवन में सुख शांति, समृद्ध खुशी, आनंद, उत्साह, प्यार आदर, सम्मान, प्रशंसा, उन्नति, प्रगति, सफलता आसानी से खींचे चले आते हैं। साथ ही अच्छे लोग, अच्छी वस्तु आकर्षित करते हैं। वहीं जो कुछ बनना चाहते हैं और पाना चाहते हैं वह भी बेहद आसान हो जाता है। इसके विपरीत जब नकारात्मक ऊर्जा से दुख, दरिद्रता, शोक, पतन, कष्ट, पीड़ा, तरह – तरह की परेशानियां अनायास आकर्षित होने लगती हैं। इसलिए हमेशा अपने जीवन में सकारात्मक चीजों को ही महत्व देना श्रेयस्कर है। इसी तरह उन्होंने कहा कि व्यक्ति को चाहिए कि वे हमेशा अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए स्वाद का चयन करना चाहिए। इसी तरह उन्होंने सारगर्भित ढंग से कहा कि दुसरों का हक नहीं मारे, क्षमा मनुष्य का आभूषण है, प्रतिकार के बदले करुणा का भाव रखें, नीयत साफ रखें गलत सलाह देने वाले से दूर रहें, गलत काम करने वालो को प्रकृति माफ नहीं करती। झूठ बोलना कई मुसीबत बुलाना है। अपने माँ बाप को खुश रखने से 20 गुना दुगनी खुशी मिलती है व दोस्तों से ज्यादा माँ बाप को अपने सुख दुख शेयर करें व बड़ों का अनादर करने से पूजा पाठ धर्म का फल नहीं मिलता।वहीं पितृ दोष जैसा कुछ नहीं होता। मन में ईष्या का भाव त्यागना होगा तभी उपलब्धि हासिल होगी व सफलता प्राप्त करने के लिये एकाग्रता और मेहनत जरूरी है। इस तरह से अनवरत तीन घंटे तक अपने दिव्य उद्बोधन से उपस्थित सैकड़ों लोगों को निहाल कर आजीवन खुश रहने का मंत्र उन्होंने दिया। वहीं महोत्सव तालियों की गडग़ड़ाहट से गुंजायमान हो गया।
सौरभ मधुकर ने बांधा समां
इसी तरह इस भव्य कार्यक्रम की अगली श्रृंखला में भजन सम्राट सौरभ मधुकर – कोलकाता ने शाम सात बजे अपनी टीम के सदस्यों के साथ सुमधुर भजन गान की मनभावन प्रस्तुति दी और एक से बढक़र एक मधुर भजन सुनाए जिसे सुनकर उपस्थित लोग भावविभोर होकर मस्त झूमे।कार्यक्रम के पश्चात सभी लोगों ने दादी के महाभंडारा में प्रसाद पाकर पुण्य के भागी बने। से दो दिवसीय इस भव्य आयोजन को यादगार बनाएंगे। वहीं कार्यक्रम के दूसरे आज 9 दिसंबर को हैदराबाद से शिरकत कीं प्रियंका गुप्ता अपने सुमधुर गीतों से मंगल पाठ के आयोजन में चार चांद लगाएंगी।
क्षमा मनुष्य का आभूषण है, प्रतिकार के बदले करुणा का भाव रखें : नारी रत्न राज मोदी
दो दिवसीय नारायणी - नारायण महोत्सव का भव्य आयोजन
