बिलाईगढ़। ब्लॉक मुख्यालय में स्थित शासन की महत्वा कांक्षी योजनाओं में से एक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के प्राचार्य नरेंद्र कुमार साहू मूल पद व्याख्याता अंग्रेजी को अचानक प्राचार्य पद से हटाने के बाद वहाँ पढऩे वाले बच्चों के अभिभावकों ने बड़ी नाराजगी जाहिर की है। अभिभावकों का कहना है कि – नरेंद्र कुमार साहू को ही यहाँ प्राचार्य पद पर यथावत रखा जाये, क्योंकि वे अंग्रेजी विषय के ही व्याख्याता हैं। अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में अंग्रेजी विषय के विशेषज्ञ को प्राचार्य पद पर रखे जाने से विद्यार्थियों की शिक्षा का स्तर अच्छा रहेगा। दिनाँक 2 दिसंबर 24 को कलेक्टर जिला सारंगढ़- बिलाईगढ़ द्वारा अचानक एक आदेश जारी कर अंग्रेजी विषय के व्याख्याता को प्राचार्य पद से हटाकर संस्कृत विषय के व्याख्याता सहसराम सात्रे को संस्था का प्राचार्य बनाया है। पालकों, विद्यार्थियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। सभी का कहना है कि – चूंकि यह विद्यालय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय है, जहाँ पढ़ाई – लिखाई अंग्रेजी में ही होती है, वहाँ संस्कृत विषय का व्याख्याता प्राचार्य पद के लिए योग्य नहीं हो सकता।
विदित हो कि उसी उद्देश्य से अभिभावकों ने वर्तमान प्रभारी प्राचार्य सहसराम सात्रे से मुलाकात कर शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने सहित आगामी बोर्ड परीक्षा में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो उस पर चर्चा किया। वहीं अभिभावकों की मानें तो पूर्व प्राचार्य नरेंद्र साहू ने स्कूल की शिक्षा गुण वत्ता को बेहतर बनाया हैं।जिसके वजह से बच्चों की पढ़ाई लिखाई में सुधार हुआ और एक डिसिप्लिन के तहत बच्चे आज पढऩे-लिखने लगे हैं और पढ़ाई के प्रति रुचि जगी है। अभिभावकों का कहना है कि – वर्तमान में संस्कृत विषय के शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया हैं, जिससे उनके बच्चों की पढ़ाई कहीं न कहीं प्रभावित हो सकता हैं। ऐसे में वहाँ अंग्रेजी विषय के ही व्याख्याता को प्राचार्य पद पर विभाग को नियुक्त करना चाहिए था। अभिभावकों ने अपनी भावनाओं और सोंच को भी व्यक्त किया और बताया कि पूर्व प्राचार्य नरेंद्र कुमार साहू को ही वहां का प्राचार्य बनाये रखना चाहिए ताकि उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। दूसरी ओर वर्तमान प्राचार्य सहसराम सात्रे ने मीडिया को बताया कि बच्चों के अभिभावक उनके पास आए और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने चर्चा किया, जिस पर उन्होंने अभिभावकों को बेहतर शिक्षा गुणवत्ता बनाने का भरोसा दिलाया है। अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग पुन: नरेंद्र कुमार साहू को वहाँ का प्राचार्य नियुक्त करता है या नहीं।