रायगढ़। सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप) के तहत पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं उन्मूलन के संबंध में एक अहम बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल भी उपस्थित रहे।
सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने कहा कि जिले के वातावरण को बेहतर करना आवश्यक है। इसके लिए सभी अधिकारी उचित कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को बायो मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार उठाव एवं अपवहन कार्य करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सभी हॉस्पिटल से प्राधिकार लेना सुनिश्चित करें। जिससे उन पर नियमों का पालन नहीं करने पर पर्यावरण क्षतिपूर्ति अधिरोपित की जा सके। उन्होंने चौक-चौराहों में वाहनों के माध्यम से हो रहे प्रदूषण नियंत्रण के लिए आरटीओ, पर्यावरण एवं खनिज विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए। ताकि सभी मालवाहक वाहन निर्धारित नियमों का पालन करें। उन्होंने नगर निगम को शहर के वातावरण को बेहतर करने एनकैप के तहत प्लानिंग करने के निर्देश दिए ताकि शहर का वातावरण स्वच्छ हो सके।
उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगों द्वारा अपने ढाई सौ मीटर के दायरे में धूल नियंत्रण हेतु आवश्यक उपाय करने हेतु निर्देशित किया। इसी तरह मालवाहक वाहनों द्वारा पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा जारी एसओपी का पालन नहीं करने पर आरटीओ, पर्यावरण एवं खनिज विभाग को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए, ताकि वाहनों चालकों द्वारा निर्धारित नियमों का पालन किया जाए, जिससे पर्यावरण प्रदूषण को रोका जा सके। कलेक्टर श्री गोयल ने जानकारी दी कि पर्यावरण प्रदूषण रोकने हेतु जिला स्तरीय संयुक्त टीम द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है, जिसके तहत फ्लाईएश के उचित निपटान, एसओपी का पालन नहीं करने एवं बिना तारपोलिन ढके माल वाहनों पर चालानी कार्यवाही भी की जा रही है।
शहर के विभिन्न इलाकों का किया दौरा
सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने आज शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए शहर के वातावरण का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने बड़े भण्डार से छातामुड़ा शहर के ढिमरापुर चौक, पतरापाली, जेएसपीएल, रायगढ़ से तराईमाल क्षेत्रों का भ्रमण किया। साथ ही जेएसपीएल एवं तराईमाल के आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों का भी पर्यावरणीय अवलोकन किया। उन्होंने वाहनों द्वारा फ्लाईएश परिवहन द्वारा प्रदूषण, डस्ट, सडक़ की स्थिति का जायजा लिए एवं पर्यावरणीय सुधार हेतु आवश्यक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।