रायपुर। नगर निगम के सभी ड्राइवर्स ने बुधवार की सुबह अचानक काम बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। टिकरापारा स्थित मोटर व्हीकल यार्ड में नारेबाजी करने लगे। निगम अफसरों ने इन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर महासंघ से जुड़े कर्मचारी काम पर लौटने को तैयार नहीं हुए। जिससे रायपुर के 70 वार्ड में कामकाज ठप हो गया है। ड्राइवर महासंघ के सदस्यों ने बताया कि, हम अपनी सैलरी और ठेका प्रथा बंद करने जैसे कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले भी अधिकारियों से कई बार लिखित में आवेदन देकर अनुरोध कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। यह सभी ड्राइवर सफाई और जल आपूर्ति की गाडिय़ां चलाते हैं। नगरीय निकायों में ठेका प्रथा को खत्म कर प्लेसमेंट पर काम कर रहे कर्मचारियों को सरकार के अन्य विभाग जैसे जल संसाधन, पीडब्लूडी, पीएचई की तर्ज पर सीधे वेतन दिया जाना चाहिए। ड्राइवर्स को मिलने वाले 15 हजार रुपए वेतन में से 4 हजार रुपए ठेकेदार रख लेते हैं। यह सिस्टम खत्म होना चाहिए। नगरीय निकाय में 5 से 10 साल से काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
हड़ताल पर गए ड्राइवर की संख्या 1000 से ज्यादा है। इन्हीं की बदौलत रायपुर शहर में सफाई से जुड़ी गाडिय़ां चलती हैं। अब इस हड़ताल की वजह से घर-घर से कचरा कलेक्ट करने, अलग-अलग इलाकों में डम्प कचरा उठाने के लिए बुलडोजर और ट्रक नहीं जा पाए हैं। नगर निगम के स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस और जल आपूर्ति से जुड़ी गाडिय़ां यही ड्राइवर चलाते हैं। सभी ने काम बंद कर दिया है। शहर के 70 वार्ड पर इसका असर पड़ रहा है। सभी कर्मचारी प्रदेशभर के ड्राइवर को हड़ताल पर आने की अपील कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हड़ताल का असर पूरे प्रदेश में दिख सकता है।
ड्राइवर महासंघ की यह हड़ताल आगामी दिनों में होने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर भी की जा रही है। दरअसल. जनवरी-फरवरी में नगरीय निकाय के छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं। ऐसे में ड्राइवर माहौल को भांप गए हैं। उन्होंने अपनी मांगों को मनवाने का यही सही समय पाया है। इस वजह से हड़ताल के जरिए दबाव बनाने की कोशिश हो रही है। ड्राइवर्स की इस हड़ताल को फिलहाल अफसर खत्म नहीं करवा पाए हैं। किसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था भी नगर निगम प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। निगम के अफसरों ने हड़ताल को लेकर कमिश्नर अबिनाश मिश्रा से बात की है। अब हड़ताल का हल निकालने में अधिकारी लगे हुए हैं।