रायगढ़। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जिंदल फाउंडेशन, जेएसपी रायगढ़ द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्राम चिराईपानी एवं पतरापाली स्थित ट्रांसपोर्ट नगर पार्किंग में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन जेएसपी रायगढ़ के कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय द्वारा किया गया। शिविर के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने स्वास्थ्य जांच का लाभ उठाया एवं 200 से अधिक मरीजों को आवश्यकतानुसार निशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया।
जिंदल फाउंडेशन जेएसपी रायगढ़ द्वारा फोर्टिस—ओपी जिंदल अस्पताल एवं लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना की सहभागिता में चिराईपानी एवं पतरापाली स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में चालक, परिचालक एवं आम जनों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में लोगों की स्वास्थ्य जांच निशुल्क की गयी। आवश्यकतानुसार 200 से अधिक मरीजों को निशुल्क दवाइयां भी प्रदान की गयीं। चिन्हांकित नेत्र मरीजों को चश्मा भी उपलब्ध कराया गया। शिविर का उद्घाटन ईडी जेएसपी श्री बंद्योपाध्याय द्वारा किया गया। उन्होंने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि एचआईवी संक्रमण से बचाव एवं लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिंदल फाउंडेशन द्वारा यह आयोजन हर साल किया जाता है। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि इस बीमारी से सावधान रहकर अपने परिवार एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। इस दौरान सीएचआरओ खिरोद कुमार बारीक, हेड स्टील जोन अमित खोखर, सीएसआर प्रमुख रोचक भारद्वाज सहित सीएसआर टीम उपस्थित रही। चिराईपानी में जागरूकता के लिए नुक्कड़—नाटक का आयोजन भी किया गया। इसमें ग्रामीणों को एड्स एवं एचआईवी वायरस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी रोचक तरीके से दी गयी। उल्लेखनीय है कि जिंदल फाउंडेशन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की सहभागिता में सालभर एचआईवी/एड्स जागरूकता के कार्यक्रमों का आयोजन अंचल में किया जाता है। इसके अलावा हर महीने ट्रक ड्रायवर, हेल्पर्स एवं प्रवासी मजदूरों की मोबाइल वैन द्वारा एचआईवी जांच की जाती है। साथ ही निरंतर जागरूकता सत्र सहित प्रचार—प्रसार किया जाता है।
एसएसडी पूंजीपथरा में भी हुए जागरूकता कार्यक्रम
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एसएसडी पूंजीपथरा में जिंदल फाउंडेशन द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें 800 से अधिक श्रमिकों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। श्रमिकों को इस बीमारी एवं बचाव के तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। सभी को रेड रिबन एवं बैच लगाकर सावधानी का संकल्प दिलाया गया। इसके अलावा संयंत्र परिसर में एक जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया।