रायपुर। भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) लगातार कार्रवाई कर रहा है। रविवार को एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति के दो मामले में 6 जिलों में छापेमारी की है। इनमें गांजा तस्करी में शामिल तीन जीआरपी कॉन्स्टेबल और रिश्वत लेते गिरफ्तार एक लेखा अधिकारी भी शामिल हैं। दरअसल, ट्रेन में गांजा तस्करी मामले में पूर्व जीआरपी आरक्षकों से जुड़े 8 ठिकानों पर दबिश दी गई। इसके अलावा कवर्धा जिले के जनपद पंचायत बोड़ला के निलंबित सहायक लेखा अधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर के ठिकानों से लाखों कीमती जेवर और प्रॉपर्टी के पेपर मिले। ्रष्टक्च उन सभी दस्तावजों की जांच कर रही है।
बिलासपुर, कोरबा, गरियाबंद व कोंडागांव पहुंची टीम
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि, बिलासपुर में गांजा तस्करी करते पकड़े गए जीआरपी के आरक्षक मन्नू प्रजापति, सतोष कुमार राठौर और लक्ष्मण गाइन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। उनके घरों और रायपुर-बिलासपुर की 6 टीमों ने बिलासपुर, कोरबा, गरियाबंद और कोंडागांव में छापेमारी की। तीनों आरोपियों के निवास स्थानों और अन्य जगहों से लाखों रुपए कीमती आभूषण, मकान-जमीन के दस्तावेज, कई बैंक अकाउंट और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। दस्तावेजों का विश्लेषण और अग्रिम वैधानिक कार्रवाई जारी है।
एसीबी के अधिकारी ने बताया कि, 12 सितंबर को कवर्धा में बोड़ला जनपद सहायक लेखा अधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर को रिश्वत लेते पकड़ा गया था। ग्राम पंचायत आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य की किश्त निकालने के एवज में रिश्वत मांगी थी। इसके बाद 1 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। इसी सिलसिले में उसके आनंद विहार कॉलोनी स्थित घर के अलावा कवर्धा और राजनांदगांव समेत तीन अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी गई। जहां से आरोपी और उसकी पत्नी के नाम पर कई एकड़ जमीन, प्लॉट, मकान के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही बैंक अकाउंट से संबंधित दस्तावेज, बच्चों के नाम पर किए गए निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं।
प्रदेश के 6 जिलों में एसीबी की रेड
जीआरपी के 3 कॉन्स्टेबल और रिश्वतखोर लेखा अधिकारी के ठिकानों पर दबिश, कई दस्तावेज जब्त
