जशपुरनगर। कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देशन में फरसाबहार के एसडीएम आर.एस. लाल और राजस्व विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लवाकेरा के पास एक पिकअप वाहन से अवैध रूप से उड़ीसा से लाया गया धान जब्त किया है। वाहन के चालक राजेश साहू द्वारा यह धान सीमावर्ती इलाके से लाया गया था। धान और वाहन को तुरंत तपकरा थाना के सुपुर्द कर दिया गया है।
धान खरीदी को लेकर इस वक्त राज्य में एक बड़ा खेल चल रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी नीति का फायदा उठाने के लिए किसान, बिचौलिये और मंडी के बीच एक गठजोड़ बन गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो किसान के एक एकड़ खेत मे धान की फसल अधिकतम 15 क्विंटल हो सकती है,इससे ज्यादा नहीं।ऐसे में किसान अपने खेत की फसल के साथ बाहरी धान मिलाकर सरकार को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। इस गठजोड़ से सरकारी नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और राज्य सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद इसे रोकने में सफलता नहीं मिली है।
जशपुर जिले में लगातार अवैध धान परिवहन के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सीमावर्ती राज्यों से बड़े पैमाने पर अवैध धान की तस्करी हो रही है। प्रशासन अब सख्त रुख अपनाए हुए है और ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस गड़बड़झाले में सभी राजनीतिक दलों के लोगों की प्रत्यक्ष या परोक्ष संलिप्तता की चर्चा जोरों पर है। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, हर दल के लोग इस गठजोड़ का हिस्सा बने हुए हैं, जिससे प्रशासन के लिए चुनौती और बढ़ गई है।
धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। सीमावर्ती इलाकों में बने 21 चेकपोस्ट के अलावा भी निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि उड़ीसा,झारखण्ड राज्यों से धान की तस्करी पर रोक लगाई जा सके। इस पूरे मामले ने सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। अब देखना होगा कि प्रशासन की यह सख्ती कितनी कारगर साबित होती है और क्या सरकार इस गठजोड़ को तोडऩे में सफल हो पाती है। फिलहाल, लवाकेरा में हुई इस कार्रवाई से अन्य तस्करों में हडक़ंप मच गया है।
अवैध धान परिवहन पर प्रशासन का सख्त रुख, सियासी हलचल तेज
