रायगढ़. बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादला के बाद शुक्रवार को अस्थी रोग विशेषज्ञ डाक्टर दिनेश पटेल ने जिला अस्पताल का प्रभारी सिविल सर्जन का पदभार संभाल लिया है। वहीं अस्पताल का चार्ज देने के बाद पूराने सिविल सर्जन डॉ. उषाकिरण भगत भी अपने नए पदस्थापना जांजगीर के लिए रवाना हुई हैं।
उल्लेखनिय है कि स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों के तबादले हुए थे, जिसमें किरोड़ीमल शासकीय जिला चिकित्सालय रायगढ़ का सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक का पद भी प्रभावित हुआ था। रायगढ़ जिला चिकित्सालय में पदस्थ प्रभारी सिविल सर्जन निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ ऊषाकिरण भगत का जांजगीर के लिए तबादला हुआ था, जबकि घरघोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ दिनेश पटेल को किरोड़ीमल शासकीय जिला चिकित्सालय का प्रभारी सिविल सर्जन बनाया गया था। ऐसे में अब शुक्रवार से जिला चिकित्सालय में बतौर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ दिनेश पटेल ने कार्यभार संभाल लिया है। वहीं डॉ ऊषाकिरण भगत ने औपचारिक तौर पर डॉ. दिनेश पटेल को चार्ज सौंपने के बाद अपने नए पदस्थापना जांजगीर के लिए रवाना हुई है। ऐसे में अब अब नए सिविल सर्जन ने पदभार संभालने के बाद लगातार अस्पताल के वार्ड व ओपीडी कक्ष का निरीक्षण कर यहां फैली अव्यवस्थाओं को दूर करने में जुट गए हैं। हालंाकि यहां भवन के अभाव में जिला अस्पताल मात्र 50 बेड से ही संचालित हो रहा है। जिसके चलते अस्पताल में मरीजों की संख्या भी पहले से कम है, लेकिन अब सिविल सर्जन का कहना है कि जो भी मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, उनकी पूरी प्राथमिकता के साथ उपचार होगा, ताकि वे पूरी तरह से स्वस्थ होकर ही यहां से जा सकेगे।
डॉ. भगत का कार्यकाल रहा बेहतर
निवर्तमान प्रभारी सिविल सर्जन निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ ऊषाकिरण भगत ने अपने करीब चार माह के कार्यकाल में जिला चिकित्सालय की व्यवस्था सुधारने में उल्लेखनीय कार्य किया है, वहीं चिकित्सालय के सभी वर्ग के कर्मचारियों चिकित्सा अधिकारियों के साथ सामंजस्य बनाकर अपने दायित्वों का कुशलता से निर्वहन किया। ऐसे में अब नये सिविल सर्जन से आम जन मानस की यही अपेक्षा है कि अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार के मुहैया कराएंगे, साथ ही अस्पताल के व्यवस्था में सुधार की दिशा में कार्य करेंगे।