धरमजयगढ़। कहते हैं सारी बुराइयों की जड़ शराब है। कहीं न कहीं नशे के घुप अंधेरों से बुराईयों का जन्म होता है। ऐसे में इससे बचने व दूर रहने जैसे ऐसे अभियान नितांत आवश्यक हो जाते हैं।
नशामुक्ति को लेकर ऐसा ही एक महत्वपूर्ण अभियान धरमजयगढ क्षेत्र के सिसरिंगा गांव की महिलाओं ने शुरू किया है। धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के सिसरिंगा गांव के कुछ जागरूक पुरुष व महिलाओं ने ऐसा कदम उठाया है, जिसकी क्षेत्र में प्रशंसा की जा रही है। कह सकते हैं कि नशाबंदी अभियान सुंदर, स्वस्थ और सभ्य समाज बनाने की पहली आवश्यकता है। ऐसे में सिसरिंगा के ग्रामीणों की यह मुहिम क्षेत्रवासियों को बेहतर प्रेरणा दे रही है। बीते 7 सितंबर को गांव के बड़े बुजुर्ग, सज्जन, पंचायत जनप्रतिनिधि गांव समाज के हित को ध्यान में रखकर एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में सर्वसम्मति से गांव में पूर्णरूपेण शराब बंदी का एलान कर दिया गया। जिसके तहत गांव में शराब बनाने व सेवन करने वाले पर थाने में सूचना दी जाएगी। इसके अलावा पंचायत द्वारा अर्थ दंड से दंडित करने जैसा फैसला भी लिया गया है। जानकारी मुताबिक शराब बनाते पाए जाने पर 15000/-रुपए, तो वहीं शराब सेवन करने वाले को 5000/- रुपए से दंडित करने का प्रावधान रखा गया है। पंचायत के इस महती अभियान में मुख्य रूप से गांव की महिलाएँ सामने आईं हैं। इस दौरान सरपंच श्रीमति सुमित्रा राठिया सहित गांव के समस्त पंचगण एवं गणमान्य नागरिक शंकर राम, विष्णु, ग्राम पटेल फूल सिंह, कीर्ति कुमार, अजब सिंह, शाखा राम राठिया उपस्थित रहे।
सिसरिंगा गांव में शराब बंदी को लेकर मुखर हुई महिलाएं
बनाने पर 15, पीने पर लगेगा 5 हजार का जुर्माना
