रायपुर। प्रदेश में पहली बार लोगों के किचन तक पाइपलाइन के जरिए कुकिंग गैस की सप्लाई होगी। साथ में एक मीटर लगा होगा, जितनी गैस उपयोग होगी उतने का पैसा देना होगा। यह गैस एलपीजी से सस्ती होगी। रायपुर में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत होने जा रही है। शुक्रवार को रायपुर नगर निगम के कमिश्नर अबिनाश मिश्रा ने इसे लेकर एक बैठक की। इसमें भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया लिमिटेड और पाइपलाइन बिछाने के लिए अधिकृत हरियाणा गैस एजेंसी के अधिकारी शामिल हुए। अब इस प्रोजेक्ट को फाइल से निकालकर जमीन पर लाने की पूरी तैयारी है। इस प्रोजेक्ट को रायपुर में 2025 में शुरू कर दिया जाएगा और आने वाले कुछ ही महीनों में लोगों को घरों में इस गैस का कनेक्शन भी मिलेगा। साल 2025 में गेल इंडिया लिमिटेड रायपुर में गैस पाइपलाइन बिछाएगा। शुरुआत में 1 लाख घरों में सीएनजी गैस सप्लाई का काम होगा। ये पाइपलाइन घरों पर चूल्हों से अटैच होगी। इसी के जरिए कुकिंग होगी। पाइपलाइन का काम पूरा होते ही लोगों को कनेक्शन देने का काम जिला प्रशासन की मदद से होगा। रायपुर की गाडिय़ों के लिए सीएनजी स्टेशन भी इस प्रोजेक्ट में बनेंगे। शुक्रवार को अफसरों की मीटिंग में हरियाणा गैस एजेंसी के प्रबंधक राकेश रंजन, नगर निगम रायपुर के इंजीनियर राजेश राठौर, कार्यपालन अभियंता अंशुल शर्मा ने बातचीत की। प्रोजेक्ट की डिजाइनिंग और एरिया को लेकर बात की गई। गेल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि मुंबई, नागपुर, झारसुगुड़ा में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन बिछाई जा रही है। रायपुर इसके बीच में आता है, यहां से ये पाइपलाइन आगे के शहरों में जाएगी। सीएनजी, एलपीजी से लगभग 25 से 30 प्रतिशत तक सस्ता होता है। यह नेचुरल गैस होती है, हवा से भी हल्की होने के कारण लीकेज होने पर भी वातावरण में आसानी से घुल जाती है। इस्तेमाल करते समय 99त्न गैस जल जाती है, इसलिए प्रदूषण नहीं होता है। पाइपलाइन से सप्लाई होने के कारण असमय खत्म होने की टेंशन नहीं होती। पाइपलाइन बिछाते समय घर के बाहर एक मीटर लगा दिया जाता है, इससे खपत देखकर उपभोक्ता खुद ही पेमेंट देता है।