बिलासपुर। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बिलासपुर सचिवालय, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोनल सभाकक्ष में आज 27 को ‘छमाही हिंदी प्रगति रिपोर्ट कैसे तैयार करें’ विषय पर हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया एवं हिंदी साहित्य जगत के महान कवि एवं गद्यकार हरिवंश राय बच्चन की जयंती मनाई गई। बिलासपुर नगर के 50 सदस्य केंद्रीय कार्यालयों, उपक्रमों एवं बैंकों के लिए आयोजित हिंदी कार्यशाला में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बिलासपुर के उपाध्यक्ष एवं मुख्य राजभाषा अधिकारी, श्री शिवशंकर लकड़ा, मुख्य अतिथि तथा समिति के सचिव एवं वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी राजेश कुमार तिवारी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आरंभ हिंदी साहित्य के उत्तर छायावाद काल के श्रेष्ठ कवि हरिवंश राय ‘बच्चन’ की 117वीं जयंती के अवसर पर मुख्य अतिथि श्री शिवशंकर लकड़ा द्वारा श्री बच्चन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। श्री लकड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चन जी ने न केवल श्रेष्ठ कविताएं लिखकर पाठकों का मन मोहा, बल्कि अपनी गद्यात्मक रचनाओं के माध्यम से भी देशवासियों को अपना प्रशंसक बनाया। आज उनकी जयंती के अवसर पर हम उन्हें सादर नमन करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बिलासपुर की छमाही बैठक की कार्यसूची में शामिल मदों के आंकड़े सदस्य कार्यालयों द्वारा भेजी गई छमाही प्रगति रिपोर्ट के आधार पर दर्शाए जाते हैं। इसलिए छमाही प्रगति रिपोर्ट तैयार करते समय काफी सावधानी रखनी चाहिए ताकि त्रुटि की कोई संभावना न रहे।
इसके पश्चात प्रधान कार्यालय, राजभाषा विभाग, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के वरिष्ठ अनुवादक, श्री पीताम्बर लाल जाटवर ने सदस्य कार्यालयों द्वारा नामित अधिकारियों/कर्मचारियों को छमाही हिंदी प्रगति रिपोर्ट तैयार करने के संबंध में व्याख्यान दिया तथा उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब दिए। इस एक दिवसीय कार्यशाला में हिंदी के प्रगामी प्रयोग से संबंधित ऑनलाईन सूचना प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से त्रैमासिक/छमाही रिपोर्ट प्रेषित करना, धारा 3(3) का अनुपालन, राजभाषा नियम-5 के अनुसार हिंदी में प्राप्त पत्रों की गणना, राजभाषा नियम – 11 का अनुपालन, हिंदी भाषा में मूल पत्राचार, फाइलों पर हिंदी में टिप्पण लेखन, कार्यशालाओं का आयोजन, राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक, कंप्यूटर पर हिंदी में कार्य, विनिर्दिष्ट अनुभागों द्वारा हिंदी में कार्य, हिंदी पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन, उच्चाधिकारियों द्वारा हिंदी में कार्य, कार्यालय की वेबसाईट का द्विभाषीकरण, हिंदी दिवस/पखवाड़ा/माह का आयोजन, हिंदी पुस्तकालयों हेतु हिंदी पुस्तकों की खरीद, कार्यालय में हिंदी के पद आदि विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया।