रायपुर। छत्तीसगढ़ में कक्षा 3, 6 और 9 के बच्चों की शिक्षा का स्तर परखने के लिए 4 दिसंबर को राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होने जा रही है। एनसीईआरटी की तरफ से आयोजित राष्ट्रीय सर्वेक्षण (एनएएस) में सरकारी और निजी स्कूलों के 5 लाख से अधिक बच्चे भाग लेंगे।इस सर्वेक्षण के जरिए न सिर्फ छात्रों, बल्कि शिक्षकों और स्कूलों समेत पूरी शिक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाएगा। जिसके आधार पर अखिल भारतीय स्तर पर राज्यों की रैंकिंग बनाई जाती है। छत्तीसगढ़ की रैंकिंग सुधारने के लिए छात्रों को लगातार इस परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। परख सर्वेक्षण में कक्षा 3 के लिए भाषा, गणित और हमारे आसपास की दुनिया से 90 मिनट में 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। कक्षा 6 के लिए विषय से संबंधित 51 प्रश्न 90 मिनट में पूछे जाएंगे। कक्षा 9 में भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के 60 प्रश्न 120 मिनट में हल करने होंगे। इस सर्वेक्षण में माइनस मार्किंग नहीं होगी। परीक्षा में प्रश्न ओएमआर शीट के माध्यम से बहुविकल्पीय प्रारूप में होंगे। सर्वेक्षण के लिए कक्षा 3, 6 और 9वीं के विद्यार्थियों को प्रश्न बैंक और रीडिंग कार्ड उपलब्ध कराया गया है। साथ ही उनके लिए विशेष तौर पर मॉक टेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्य में राज्य के लगभग 146 निजी शिक्षा महाविद्यालयों के 19000 छात्र अध्यापकों का स्वैच्छिक सहयोग लिया जा रहा है। एनसीईआरटी 2001 से लगभग तीन सालों के बाद स्कूली बच्चों की दक्षता को परखने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे (एनएएस) का करती है। वर्ष 2013-14 में आयोजित सर्वे में राज्य को पूरे देश में 34वां स्थान मिला था। इसके बाद 2017-18 के एनएएस में राज्य 18वें स्थान पर आया था। वर्ष 2021-22 में आयोजित परीक्षा में राज्य का प्रदर्शन खराब रहा और 36वें स्थान पर चला गया।