रायगढ़। विगत तीन-चार दिन से जिले में ठंडक लगतार बढ़ रही है। ऐसे में अब देर रात तक शहर का तापमान 11 डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिसके चलते रात मतें सफर करने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। वहीं बताया जा रहा है कि मौसम शुष्क होने के कारण उत्तर दिशा से ठंड हवाओं का आगमन लगातार बना हुआ है, जिसके चलते तापमान में लगातार गिरावट आ रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में विगत तीन-चार दिनों से लगातार तापमान में गिरावट आ रही है, जिसके चलते अब दिन के समय भी हल्की ठंड का अहसास हो रहा है, साथ ही शाम होते ही तापमान में लगातार गिरावट शुरू हो जा रही है, जिसके चलते रात के 12 बजे के बाद से शहर का तापमान 10-11 डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिससे सुबह के समय भी मार्निंग वॉक पर जाने वाले लोग ठंड को देखते हुए देर से गार्डन व पार्क में पहुंच रहे हैं। साथ ही सुबह के समय भी ठिठुरन ज्यादा होने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चे व पालकों को भी अब दिक्कत होने लगी है। ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर से आने वाली ठंडी व शुष्क हवाओं का आगमन लगातार बना हुआ है। जिसके चलते तापमान में गिरवाट होने से ठिठुरन बढ़ रहा है, साथ ही अब वातावरण के मध्य स्तर में नमी का आगमन प्रारंभ हो रहा है। जिसके चलते फिलहाल न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री तक ही रहने की संभावना है। हालांकि फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों व पठार क्षेत्रो में शाम से ही शीतलहर शुरू हो जा रही है, जिसके चलते लोग शाम होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं। क्योंकि इन दिनों सुबह-शाम ठंड काफी बढऩे के कारण खेती-किसानी का काम भी धीमी हुआ है। हालांकि इन दिनों धान कटाई व मिसाई का कार्य चल रहा है, जिसके चलते किसान सुबह 9 बजे के बाद ही खेतों में पहुंच रहे और शाम 4 बजते तक घर लौट जा रहे हैं।
विगत सप्ताहभर से लगातार तापमान में गिरावट आने के साथ-साथ शितलहर भी शुरू हो गया है। जिससे सुबह 8 बजे तक कोहरा होने के कारण किसान देरी से खेतों में पहुंच रहे हैं। वहीं शहर में रात 10 बजे के बाद ठिठुरन ज्यादा बढऩे के बाद जगह-जगह अलाव जलना शुरू हो जा रहा है। क्योंंकि इन दिनों रात में सफर करने वाले यात्री बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के बाहर अलाव का सहारा लेते नजर आते हैं। इस संबंध में यात्रियों का कहना है कि ठंडी हवा के साथ ठिठुरन बढऩे से बचने के लिए अलाव से ही राहत मिल रहा है। जिससे इन दिनों शहर के चौक-चौराहों पर रात 10 बजे से ही अलाव सुलगने लग रहा है।
बच्च्े व बुजुर्ग ठंड से बचे
इस संबंध में डाक्टरों का कहना है कि एकाएक ठंड बढऩे के कारण लोगों के सेहत पर असर पड़ रहा है। ऐसे में इन दिनों ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी व बुखार से पीडि़त होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिससे इनको स्वस्थ होने में सप्ताहभर का समय लग जा रहा है। साथ ही डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों बुजुर्ग व बच्चों को ज्यादा बचाने की जरूरत है। क्योंकि ठंड के चलते बीपी, शुगर के मरीजों को लकवा का खतरा ज्यादा रहता है। जिससे बीपी, शुगर के मरीजों को ठंड से बचना बेहद जरूरी है। साथ ही बच्चों में निमोनिया का भी खतरा बढ़ गया है, जिससे बच्चों को गर्म कपड़ों से पुरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए, ताकि शरीर में ठंड प्रवेश न करें।