रायपुर। स्काईवॉक को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने इसे भाजपा सरकार का तुगलकी फरमान बताया है। उन्होंने कहा है कि स्काईवॉक बनाने का निर्णय तुगलक के फरमान की तरह भारतीय जनता पार्टी का था। रायपुर की जनता ने स्काईवॉक को स्वीकार नहीं किया। यही वजह है कि किसी भी टेंडर में कोई नहीं आया। कुल मिलाकर ऐसा लगता है स्काईवॉक को तोडऩा ही पड़ेगा। डहरिया ने ओपी चौधरी के बयान पर पलटवार हुए कहा कि ओपी ने स्वीकार कर लिया है कि वह आईएएस होकर भी करप्शन का काम करते थे। यहां के कर्मचारी जिनके वेतन बढ़ाने के जिम्मेदारी ओपी चौधरी जी की है, अभी यहां की वेतन क्यों नहीं बढ़ा रहे हैं। यहां के कर्मचारियों के वेतन संगति को दूर करना चाहिए। धान खरीदी को लेकर डहरिया ने कहा आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही दिवालिया हो चुकी है। आज किसानों का धान खरीदा नहीं जा रहा है। हर जगह हड़ताल हो रही है। उनके कंप्यूटर हैक हो जाते हैं, बड़े किसानों को टोकन नहीं दिया जा रहा है। रोज मंडी में धान खरीदी हो इसका ध्यान सरकार को रखना चाहिए, किसानों के मामले में सरकार पूरी तरह से कंगाल है। गुड गवर्नेंस की बैठक को लेकर पूर्व मंत्री ने कहा भाजपा में गवर्नेंस नाम की चीज ही नहीं है। अगर यह दो दिन के बदले महीने भर की भी ट्रेनिंग रख लेंगे तो भी कोई फर्क नहीं पढऩे वाला नहीं है। आज पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति फैली हुई है। नगरी निकाय में संविदा कर्मचारी प्लेसमेंट कर्मचारियों है वह सभी हड़ताल पर चले गए हैं, आज सरकार में पूरी तरह से अराजकता का माहौल दिखाई देता है। सुकमा में हुए नक्सली मुठभेड़ को लेकर डहरिया ने कहा निश्चित रूप से कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने का काम सरकार का है। हमारी सरकार में नक्सली गतिविधियां कम हुई थी, जरूर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन हमारे आदिवासियों को मारा न जाए इस बात का ध्यान सरकार को रखना चाहिए।