रायगढ़। जिले के रायकेरा चौक पर ग्रामीण एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई, लेकिन मांगें पूरी नहीं होने पर प्रभावित गांव के ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि, आज दोपहर एनटीपीसी कंपनी के अधिकारियों, एसडीएम, पुलिस अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच बैठक हुई। जिसमें उनकी मांगों को सुना गया। ग्रामीणों ने बताया कि मांग है कि प्रभावित गांव के शिक्षित बेरोजगारों को कंपनी में नौकरी दी जाए और भूमि अधिग्रहण के बाद तेंदू पत्ते से होने वाले मुनाफे का मुआवजा दिया जाए।
इस बैठक में कंपनी अधिकारियों ने वनोपज का मुआवजा देने का नियम नहीं होने की बात कही और रोजगार के लिए कहा कि, एनटीपीसी में अभी कोई जगह नहीं है। सभी के फार्म कंपनी में जमा रखेंगे। 2025 में जब कंपनी में नया सेट शुरू होगा, तो उसमें नौकरी दी जाएगी। ऐसे में ग्रामीणों के बीच सहमति नहीं बनी और ग्रामीण वापस रायकेरा चौक पर पहुंचकर अपना आंदोलन जारी रखा।
लारा में तेंदूपत्ता का मुआवजा दिया गया
आंदोलन में शामिल प्रभावित गांव के योगेश नगेशिया ने बताया कि, एनटीपीसी लारा में तेंदूपत्ता से होने वाले लाभ का मुआवजा दिया जा रहा है, लेकिन यहां नियम नहीं होने की बात कही गई। उनका कहना है कि, मांग पूरी नहीं होने पर 8 गांव के करीब 100 से अधिक लोगों ने आंदोलन जारी रखा है। उन्होंने बताया कि, आज उनके आंदोलन को 6 दिन हो चुके हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी अनिश्चित-कालीन धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।
बैठक में नहीं बनी सहमति
इस मामले में एसडीएम रमेश मोर ने बताया कि ग्रामीणों के साथ कंपनी के अधिकारियों की बैठक हुई, लेकिन उनके बीच सहमति नहीं बन सकी है। ग्रामीणों ने दो मांग रखी है। इसमें रोजगार और वनोपज से मिलने वाले लाभ का मुआवजा है।