रायगढ़। जिला टे्रलर मलिक कल्याण संघ ने बढ़ा हुआ भाड़ा की मांग को लेकर गुरूवार की सुबह 6 बजे से पूंजीपथरा चौक में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था जो देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान खदानों में चलने वाली सभी भारी वाहन खड़ी हो गई थी। वहीं शाम को तहसीलदार, व सीएसपी मौके पर पहुंच कर आश्वासन दिया कि तीन दिन त्रिपक्षीय वार्ता किया जाएगा, तब जाकर आंदेालन को स्थगित किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर पूंजीपथरा चौक में जिला टे्रलर मलिक कल्याण संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार सुबह 6 बजे से धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। संघ के सदस्यों का कहना है कि शारडा माइंस, अदानी माइन्स, अंबुजा माइंस और गारे पेल्मा 4/6 से गाड़ी मालिकों को कम भाड़ा दिया जा रहा है जिसमें गाडिय़ों की किस्त निकलना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं देख जाए तो जिले का सबसे बड़ा काम अगर है तो इन्हीं निजी खदानों में ही है, लेकिन इन खदानों का भाड़ा इतने कम है की इस भाड़ा से गाड़ी चलाना मुश्किल हो रहा है। इसके साथ-साथ अदानी के ट्रांसपोर्टर द्वारा दूसरे जिले और बाहरी प्रदेश से कम भाड़ा में गाडिय़ा मंगाकर काम करवाया जा रहा है। जिससे इनको नुकसान हो रहा है, जिससे जिला टे्रलर मलिक कल्याण संघ ने इससे पहले कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था और आने वाले दिनों में मांग पूरी नही होनें पर आंदोलन की भी चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बाद भी इनकी समस्या दूर नहीं हुई, जिससे गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर ट्रेलर मालिक कल्याण संघ के सदस्यों ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है।
इस संबंध में टे्रलर मालिक कल्याण संघ के अध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि तमनार क्षेत्र में अडानी, अंबूजा, सारडा माइंस के अलावा गारे पेलमा खदान से लगभग सभी ट्रांसपोटिंग का काम होता है। इसके बावजूद इन खदानों के भाड़ा इतने कम हैं कि गाड़ी का किश्त पटाना दूर की बात है घर चलाना उन्हें मुश्किल हो जा रहा है। इसी के विरोध में वे लोग आज हडताल में बैठे हैं। साथ ही उनहोंने बताया कि संघ द्वारा यूनियन भाड़ा बनाया गया है जिससे उनकी गाडिय़ों का परिचालन अच्छे ढंग से हो सकता है, लेकिन ट्रांसपोर्टर और खदान प्रबंधक यूनियन को सही भाड़ा नहीं दिया जा रहा है। जिससे परेशान होकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है। ऐसे में जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा। आशीष यादव का यह भी कहना था कि इस दौरान टे्रलर मालिक कल्याण संघ न ही अपनी गाड़ी चलाएगे और न ही दूसरे गाडिय़ों को चलने देगे।
एक हजार से अधिक लोग है संघ में
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिला ट्रेलर मालिक कल्याण संघ में 1000 से अधिक वाहन मालिक जुड़े हुए है। जिससे कोल परिवहन ही इन सबका आजीविका का साधन है। ऐसे में संघ द्वारा इनके हितों की लड़ाई के लिए लंबे समय से संघर्षरत है, जिससे कई बार इनकी जिला प्रशसन से भी बात हुई है, लेकिन इसके बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है। जिससे परेशान होकर आंदोलन शुरू कर दिया है।
यह है नया भाड़ा
संघ द्वारा बनाए गए नया भाड़ा में अडानी से घरघोड़ा 328 रुपए, अडानी से राबर्टसन 451 रुपए प्रति टन, गारे पेलमा से जेएसपीएल 349 रुपए, गारे-पेलमा एनएसपीएल 311 रुपए, अंबुजा से विमला साइडिंग 374 रुपए, शारदा से एसकेएस 406 रुपए, बरोद माइंस से चांपा 625 रुपए, बिजारी माइंस से चांपा 625 रुपए, जामपाली माइंस से 625 रुपए, बरोद से लेंको 610 रुपए, हिंडाल्को से झारसुगुड़ा 1208 रुपए, जामपाली से झारसुगुड़ा 1208 रुपए प्रति टन तय किया गया है।
तीन दिन के लिए हुआ स्थगित
इस संबंध में ट्रेलर मालिक कल्याण संघ के अध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि शाम को तहसीलदार, सीएसपी व पूंजीपथरा टीआई पहुंचे हुए थे, जिनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि तीन दिन बाद त्रिपक्षीय वार्ता करा कर आपकी मांगों को पूरा कराया जाएगा। जिसके बार गुरुवार शाम से आंदेालन को स्थगीत कर दिया गया है। ऐसे में अगर तीन दिन बाद इनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो फिर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
गाडिय़ों की लगी कतार
गुरूवार की सुबह से पूंजीपथरा चौक में टे्रलर मालिक कल्याण संघ द्वारा धरना-प्रदर्शन शुरू करने के बाद से इस क्षेत्र में स्थित कंपनी में कोयला सहित अन्य सामानों की सप्लाई पूरी तरह से ठप्प हो चुका है। साथ ही साथ रायगढ़, घरघोडा और तमनार की सडक़ों में कई किलोमीटर दूर तक भारी वाहनो के पहिये पूरी तरह से थम चुके हैं।