रायपुर। एक हवलदार की प्रताडऩा के बाद बुजुर्ग ने सुसाइड कर लिया है। परिजनों का आरोप है कि टिकरापारा थाना पुलिस ने उनके बेटे को बिना किसी वजह थाने में बैठाया था। जिसके बाद पुलिस की प्रताडऩा से परेशान शहजाद खान (46 साल) ने सुसाइड कर लिया है। मामले में एक सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें पुलिस के साथ ही कुछ और लोगों पर झूठी स्नढ्ढक्र की बात लिखी है। इधर, पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने टिकरापारा थाने का घेराव कर दिया है। थाने में जमकर नारेबाजी की जा रही है। मैं मोहम्मद शहजाद शेख वल्द मोहम्मद हारून शेख मरने जा रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार हैं, महेश पुलिस वाला, साजीद अली, मोईन नीजाम, लकी, विकी शादाब। क्योंकि इन लोगों ने मेरे खिलाफ झूठी स्नढ्ढक्र कराई है। मेरे पेटे सैफ पर भी झूठा केस लगाया है।
टिकरापारा थाने का घेराव करने वाले संजय नगर रहवासियों ने पुलिस पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि,मोहल्ले में बच्चों के आपसी झगड़े के मामले में शहजाद शेख के खिलाफ स्नढ्ढक्र हुई थी। परिजनों का आरोप है कि बच्चों की लड़ाई में झूठी एफआईआर संजय नगर मुतवल्ली ने थाने में कराई। बताया जा रहा है कि, केस दर्ज करने के बाद पूछताछ को लेकर पुलिस शहजाद शेख और उसके बेटे को थाने लाई थी। आरोप है कि, जबरन उन्हें उठाकर थाने में 48 घंटे बिठाया गया था। इससे तंग आकर बच्चे के पिता ने आत्महत्या कर ली। बलरामपुर में 24 अक्टूबर को ऐसी ही घटना हुई थी। जहां पूछताछ के लिए थाने बुलाए गए अस्पताल के प्यून ने खुदकुशी कर ली। बाथरूम में फांसी में लटकी उसकी लाश मिली। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने थाने के सामने जमकर हंगामा किया, पथराव किया और पुलिस वाहन में भी तोडफ़ोड़ की। यह बवाल 2-3 दिन तक चला। अगले दिन युवक की डेडबॉडी को पुलिस बलरामपुर से उसके गृहग्राम ले जा रही थी इस दौरान लोग फिर आक्रोशित हो गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। भीड़ को कंट्रोल करने पहुंची ्रस्क्क निमिषा पांडे पर भी महिलाओं ने हमला कर दिया। इस दौरान एक महिला चप्पल से भी मारती नजर आई है।