रायगढ़। जिले में ठंड के साथ हल्की शितलहर भी शुरू हो गई है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के समय कोहरा होने के साथ ठंड भी ज्यादा पड़ रही है, जिससे ग्रामीण सुबह देर से खेतों में पहुंच रहे हैं। तो वहीं इन दिनों रात में सफर करने वाले यात्री भी रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड के बाहर अलाव का सहारा लेने नजर आ रहे हैं। ऐसे में अगले सप्ताहभर के अंदर जिले में ठंड काफी बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में विगत सप्ताहभर से उत्तर दिशा से शुष्क एवं ठंडी हवाओं का आगमन शुरू हो गया है, जिसके चलते न्यूनतम व अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है, जिससे शाम होते ही ठंड शुरू हो जा रही है। वहीं देर रात 15 डिग्री तक तापमान पहुंच जा रहा है, जिसके चलते ठंड काफी बढ़ जा रही है। साथ ही सुबह के समय भी ठिठुरन बढऩे के कारण स्कूल जाने वाले बच्चे व पालक भी गर्म कपड़े उपयोग करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर से आने वाली हवाओं में ठंडक की मात्रा दिनो दिन बढ़ते जा रही है। जिसके चलते न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट की स्थिति बनी हुई है। फिलहाल मौसम शुष्क रहने की संभावना है। ऐसे में आने वाले सप्ताहभर के अंदर में बिलासपुर संभाग के जिलों में शीतलहर चलने की संभावना बनी हुई है। हालांकि अभी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों व पठार क्षेत्रा में शाम से ही शीतलहर शुरू हो जा रही है, जिसके चलते लोग शाम होते ही घरों में दुकने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं ग्रामीणों की मानें तो ठंड काफी बढ़ जाने के कारण सुबह-शाम खेतों में काम करना संभव नहीं हो पा रहा है, हालांकि इन दिनों धान कटाई व मिसाई का कार्य चल रहा है, जिसके चलते किसान सुबह 9 बजे के बाद ही खेतों में पहुंच रहे और शाम 4 बजते तक घर लौट जा रहे हैं। क्योंकि इन दिनों जो धूप निकल रही है, उसमे भी ठंड के चलते गर्माहट का महसूस नहीं हो रहा है, जिसके चलते दिनभर आराम से काम कर ले रहे हैं, लेकिन सुबह-शाम अधिक ठंड होने से सेहत पर भी असर पड़ रहा है।
रात होते ही जलने लगे अलाव
उल्लेखनीय है कि देवउठनी एकादशी बितने के बाद शादी का मौसम शुरू हो गया है, जिसके चलते इन दिनों रेलवे स्टेशन हो या बस स्टैंड सभी जगह यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। जिसके चलते दिन-रात लोग सफर कर रहे हैं। ऐसे में रात के समय सफर करने वाले यात्री रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पहुंचने के बाद बसों के इंतजार के लिए घंटों बैठते हैं, इस दौरान ठंड बढऩे के कारण इनको इनको अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में इन दिनों भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर रात होते ही अलाव जलने लग रहा है, जिससे लोग आगे सहारे समय काटते नजर आ रहे हैं।
गर्म कपड़ों की बढ़ी बिक्री
विगत तीन-चार दिनों से ठंड अधिक बढऩे के बाद गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। हालांकि विगत 15 दिनों से शहर के चौक-चौराहों पर गर्म कपड़ों का बाजार सज गया है, जिससे इन दिनों दिनभर दुकानों में लोगों की भीड़ देखी जा रही है। हालांकि ठंड बढऩे के साथ कपड़ों के रेट में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं व्यवसायियों की मानें तो विगत दो-तीन साल से ठंड कम होने के कारण बिक्री बहुत कम थी, लेकिन इस साल शुरूआत से ही लगातार ठंड बढ़ रही है, जिसके चलते अच्छी-खासी बिक्री हो रही है।