रायगढ़। रेलवे स्टेशन के बाहर चल रहे घटिया निर्माण की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंचे जनप्रतिनिधी सुझाव दिए तो ठेकेदार ने कहा यहां हमारे मनमर्जी कार्य चलेगा, जहां शिकायत करना है कर लो। इस बात को लेकर ठेकेदार व जनप्रतिनिधी में तिखी नोकझोक भी हुआ। साथ ही यात्रियों से भरे रेलवे परिसर होने के बावजूद लोहे का भारी-भरकम एंगल खड़ा करने की नसीहत देने पर ठेकेदार व उसके कर्मचारियों ने जमकर बहस किया।
उल्लेखनीय है कि विगत डेढ़ साल से रायगढ़ रेलवे स्टेशन के सामने व अंदर में सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है, जिसकी कार्य पूरा होने का समय भी हो गया, लेकिन अभी तक एक भी कार्य पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही जो कार्य चल रहे हैं, वह भी गुणवत्ताविहिन किया जा रहा है, जिसका न तो रेलवे अधिकारी मानिटरिंग कर रहा है और न ही स्थानीय अधिकारी, जिसके चलते राशि का तो दुरुपयोग हो ही रहा है, साथ ही विगत लंबे समय से यात्रियों के साथ स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लगातार शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को स्थानीय भाजपा पार्षद पति व रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य दीपेश सोलंकी रेलवे स्टेशन पहुंच कर चल रहे नाली निर्माण का जायजा लिया, जहां ठेकेदार द्वारा कम मात्रा में सरिया व मटेरियल का उपयोग किया जा रहा था। जिसकी सुझाव देने पर उसके द्वारा बदसलुकी किया गया। साथ ही ठेकेदार का कहना था कि जो भी यहां निर्माण चल रहा है वह बेहतर है, इससे बेहतर नहीं हो सकता, चाहे इसके लिए कोई भी आए, इसी बात को लेकर दोनों में काफी बहस चली। साथ ही जनप्रतिनिधि दीपेश सोलंकी ने पूर्व में यहां लगाए गए टाईल्स का निरीक्षण किया तो पता चला कि अभी कार्य पूरा ही नहीं हुआ है और जो टाइल्स लगी है वह उखड़ रहा है। ऐसे में जब उनके द्वारा टाइल्स को उठाकर ठेकेदार व मीडियाकर्मियों को दिखाया जा रहा था, उस समय ठेकेदार द्वारा अपने नशेड़ी कर्मचारियों को विवाद करने के लिए भेज दिया गया है। जिससे इन दोनों के बीच जमकर कहा सुनी हुई। ऐसे में ठेकेदार द्वारा जनप्रतिनिधि को यहां तक बोला गया कि हम जैसे भी काम कर रहे हैं वह ठीक है, चाहें इसके लिए जहां भी शिकायत करना है कर लो, रेलवे अधिकारी हमारे कार्य से संतुष्ट है। गौरतलब हो कि लंबे समय से चल रहे निर्माण की गुणवत्ता जांच व देख-रेख के लिए यहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं है। जिसके चलते ठेकेदार द्वारा अपनी मर्जी से कार्य कराया जा रहा है। ऐसे में भाजपा जनप्रतिनिधि दीपेश सोलंकी ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी यह निर्माण ज्यादा दिन तक टीक पाएगा। ऐसे में ठेकेदार द्वारा केंद्र सरकार के राशि को बंदरबांट किया जा रहा है। साथ ही करीब कछुआ गति से कार्य होने के कारण विगत डेढ़ साल से रायगढ़ की जनता परेशान है, लेकिन इसके बाद भी न तो रेलवे अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही ठेकेदार द्वारा कार्य में सुधार किया जा रहा है।
जहां तक गुणवत्ताविहिन निर्माण की बात है तो इसकी क्वालिटी जांच के लिए आईओडब्ल्यू के इंपेक्टर रैंक के अधिकारी जांच करेंगे, उसमें अगर खराब मटेरियल पाया जाता है तो उसका पेमेंट पर रोक लगाया जाएगा।
अनुराग सिंह, सीनियर डिसिएम
यात्रियों के जान से हो रहा खिलवाड़ा
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को स्टेशन के सामने बड़े-बड़े लोहे का एंगल खड़ा करने का कार्य चल रहा था। जिसके लिए बड़ा क्रेन का उपयोग किया जा रहा था। ऐसे में सुबह से दोपहर तक यात्री ट्रेनों के लगातार आवागमन होने के कारण पूरा परिसर यात्रियों से खचा-खचा भरा हुआ था, इसके बाद भी क्रेन के माध्यम से बड़ा-बड़ा एंगल उठाया जा रहा था। ऐसे में हादसें का भी खतरा बना हुआ था। ऐसे में अगर क्रेन का पट्टा टूट जाता तो कई यात्री भी घायल हो जाते, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार द्वारा भीड़-भाड़ होने के बाद भी कार्य जारी रखा गया था। जिसको लेकर बात की गई तो उसका कहना था कि कार्य को करना है, ऐसे में अगर यात्री आते-जाते ही रहेंगे तो कार्य कैसे करेंगे, ऐसे में अगर यात्रियों को बचना है तो खुद इससे दूरी बनाकर चले। इस बात को लेकर भी काफी बहस हुआ। हालांकि यह कार्य रात में भी किया जा सकता है, क्योंकि रात के समय यात्रियों का आना-जाना कम रहता है, लेकिन ठेकेदार के मनमानी के चलते आमजन को काफी परेशान होना पड़ रहा है।