जांजगीर-चांपा। देवरहा गांव में 4.995 हेक्टेयर भूमि में चूना पत्थर उत्खनन के लिए बुधवार को नवीन शासकीय प्राथमिक स्कूल परिसर देवरहा में ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच लोक सुनवाई की खानापूर्ति कर ली गई। जनसुनवाई में पर्यावरण विभाग के अफसर व स्थानीय अधिकारी भी मौजूद थे। जनसुनवाई के दौरान गांव में चूना पत्थर उत्खनन के लिए खदान खुलने का ज्यादातर लोगों ने पुरजोर विरोध किया।
बता दें कि चांपा क्षेत्र के पास बिरगहनी में क्रशर खदानों की भरमार है, जो धीरे-धीरे देवरहा व पीथमपुर तक पहुंच रहा है। पहले ही बिरगहनी व देवाटन के लोग क्रशर खदानों की भरमार और वहां होने वाले धमाकों से नारकीय जीवन जीने मजबूर हैं। दिन-रात वाहनों में गौण खनिज के परिवहन व उत्खनन से लोग हलाकान है।
यहां के कई क्रशर खदान जरूरत से ज्यादा गड्ढा खोदकर बंद हो गए हैं, फिर भी इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। अभी जांजगीर तहसील क्षेत्र के देवरहा गांव में 4.995 हेक्टेयर भूमि में चूना पत्थर उत्खनन किया जाना प्रस्तावित है। यहां डेढ़ लाख टन प्रतिवर्ष उत्खनन के पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए बुधवार को नवीन शासकीय प्राथमिक स्कूल परिसर देवरहा में जनसुनवाई हुई, जिसमें देवरहा सहित आसपास के ग्रामीणों ने भारी विरोध किया। लोगों का कहना था कि पहले ही क्षेत्र में क्रशर खदानों की भरमार है, जिसके धूल और धमाकों से लोग हलाकान है। फिर चूना पत्थर खदान खोलकर लोगों को प्रदूषण में झोंकने की तैयारी की जा रही है।
भारी विरोध के बीच देवरहा में चूना पत्थर खदान खोलने पूरी हुई जनसुनवाई
पहले से ही क्षेत्र में खदानों की भरमार से ग्रामीणों में आक्रोश, किया पुरजोर विरोध
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