खरसिया। कक्षा पहली से बारहवीं तक के दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए चिकित्सकीय आँकलन शिविर का आयोजन सिविल अस्पताल में शनिवार 16 नवम्बर को किया गया। दिव्यांग विद्यार्थियों का परीक्षण शिविर में विकास खण्ड-खरसिया के विभिन्न शासकीय विद्यालयों के 136 विद्यार्थियों का परीक्षण हुआ। जिला कार्यालय के निर्देशानुसार खरसिया स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में कक्षा एक से बारहवीं तक के दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए चिकित्सकीय आंकलन शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें पंजीकृत 136 विद्यार्थियों का जिले से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा परीक्षण किया गया।
वहीं दिव्यांग बच्चों के लिए यूनिक आईडी प्रमाण पत्र तैयार किया जाएगा। जिन दिव्यांग विद्यार्थियों की यूडी आईडी एक्सपायर हो चुकी है, उसे रेनुअल किया जाएगा। दिव्यांग छात्रों की चिकित्सा परीक्षण के साथ-साथ उनके लिए स्थाई यूडी आईडी प्रमाण पत्र जारी करने पर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ उन्हें प्राप्त होता है। दिव्यांग छात्रों को स्कूल शिक्षा विभाग एवं समाज कल्याण विभाग से अलग-अलग छात्रवृत्ति प्रदाय की जाती है। दिव्यांग बच्चों को उडीद प्रमाण पत्र के आधार पर ही विभिन्न प्रकार के आवश्यक उपकरण सामग्री प्रदान की जाती है एवं विभिन्न शासकीय नौकरियों में इन्हें दिव्यंका के आधार पर विशेष आरक्षण भी प्राप्त होता है।
दिव्यांग छात्रों के लिए उडीद महत्वपूर्ण प्रमाण पत्र है। इसलिए इस शिविर में सभी दिव्यांग बच्चों की यूडी आईडी बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज संकलित कर लिए गए हैं। विशेष आकलन शिविर में जिला चिकित्सालय से आए विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ-साथ सिविल अस्पताल खरसिया के चिकित्सक भी सहयोग के लिए उपस्थित रहे। समावेशी समग्र शिक्षा से बीआरपी रजनी जांगड़े, स्पेशल एजुकेटर रंजन धुर्वे, पंजीयन हेतु सहयोगी शिक्षिका उर्मिला कारी, देवप्रसाद डनसेना ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर चिकित्सकों एवं बच्चों तथा पालकों को आवश्यक सहयोग प्रदान किया। आंकलन शिविर सिविल अस्पताल खरसिया के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ.अभिषेक पटेल एवं विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक प्रदीपकुमार साहू के निर्देशन में शिविर सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।