कोसीर। कोसीर मुख्यालय के स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर हाई स्कूल में आज दोपहर 3 बजे पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की 135 वां जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप हर्षोलास से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे संस्था प्रमुख प्राचार्य बेदराम रत्नाकर श्रीमती गोमती राव के द्वारा दीप प्रज्वलित कर नेहरू जी की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया। अतिथियों का स्वागत आचार्य राकेश लहरे के द्वारा किया गया और बाल दिवस पर संक्षेप में वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे, प्राचार्य बेदराम रत्नाकर ने अपनी बात रखे और बच्चों को बधाई दी।
जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिवस 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि वे बच्चों से बेहद प्यार करते थे और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। उनके जन्मदिन को बच्चों को समर्पित करने का विचार उनकी मृत्यु के बाद गति मिली, और पहला बाल दिवस 1964 में मनाया गया था
नेहरू की विरासत और बच्चों के अधिकारों व शिक्षा के लिए उनकी वकालत का सम्मान करने के लिए, उनके जन्मदिन को पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। इस दिन स्कूल्स में गीत- संगीत, भाषण, स्लोगन, खेल,मेला से जुड़ी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
बाल दिवस मनाने का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, उनकी देखभाल करने और उनको अच्छी शिक्षा देने के साथ ही लोगों को इस बारे में जानकारी देना है। नेहरू जी के अनुसार बच्चे ही हमारे समाज का आधार हैं।
बाल दिवस के अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगोली से नेहरू जी के चित्र बनाए थे साथ ही साथ नेहरू जी के जन्म को लेकर लेखन प्रतियोगिता हुई। स्कूल के सभी विद्यार्थियों को बाल दिवस पर पेन भेंट कर सम्मान किया गया। बाल दिवस के इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे, प्राचार्य बेदराम रत्नाकर, श्रीमती गोमती राव, उत्तरा भारद्वाज, सहदेव जांगड़े, राकेश लहरे, श्रीमती दुर्गा लहरे, कुमारी अन्नू जांगड़े, मालती वर्मा, प्रीति सोनवानी, संजू लता रत्नेश, धनेश्वरी कोश्ले, तिरेंद्र भारद्वाज और विद्यार्थी उपस्थित रहे।