रायगढ़। स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ एवं समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर के निर्देशानुसार आगामी 04 दिसंबर 2024 को आयोजित होने वाली परख आकलन परीक्षा 2024 जो की कक्षा तीसरी, छठवीं एवं नवमी के कक्षा में अध्यनरत विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जावेगी की तैयारी कैसे कराई जावे, इसके लिए किस प्रकार से बच्चों को निपुण बनाया जाए संबंधित टीप के साथ रायगढ़ जिले के 07 विकासखंडों में संचालित शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त प्राथमिक, माध्यमिक एवं सेकंडरी विद्यालय के संस्था प्रमुख तथा विद्यालय के परख नोडल शिक्षक के साथ सभी संकुल प्राचार्य को इस बैठक में शामिल होने निर्देशित किया गया था। आज की कार्यशाला में ओपी जिंदल स्कूल के प्राचार्य आर के त्रिवेदी का विशेष योगदान रहा।आज आयोजित बैठक में लगभग 1300 शिक्षकों एवं संकुल प्राचार्य ने भाग लिया। बैठक की उपयोगिता एवं रूपरेखा को बताते हुए जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी ने कहा कि परख परीक्षा बच्चों के शैक्षणिक स्तर को आकलन करने का थर्ड पार्टी असेसमेंट माध्यम है। किस प्रकार से बच्चों की तैयारी करनी चाहिए। जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के व्ही राव ने परख परीक्षा आयोजन की सभी बारीक बिंदुओं को विस्तार से उल्लेखित करते हुए इस परीक्षा की आयोजन के उद्देश्यों से अवगत कराया साथ ही उन्होंने आगामी बोर्ड परीक्षा के परिणाम सुधारने हेतु महत्वपूर्ण टिप्स दिए। कार्यशाला का संचालन करते हुए पी सी आलोक स्वर्णकार ने आगामी शीतकालीन अवकाश में ही एन एस एस एवं स्काउट गाइड शिविर आयोजित करने की सलाह दी।
भुवनेश्वर पटेल ए पी सी समग्र शिक्षा ने परख परीक्षा की तैयारी बच्चों से कैसे प्रभावशाली ढंग से कर सकते हैं इस विषय पर विस्तार से बताते हुए अपार आईडी उपयोगिता को भी समझाया। साथ ही उन्होंने यू डाइस अपग्रेडेशन के प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में ए पी सी भूपेंद्र पटेल ने आगामी 4 दिसंबर को आयोजित परख आकलन परीक्षा के सभी पिन पॉइंट पर सकारात्मक पहल करने हेतु सुझाव दिया। आज आयोजित कार्यशाला में सभी शासकीय अशासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों के लगभग 1300 संस्था प्रमुख एवं परख नोडल शिक्षक के साथ सभी संकुल प्रचार उपस्थित रहे करशाला में सभी निजी एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों के संस्थापकों ने पूरी सूची दिखाते हुए आगामी परीक्षा की पूर्ण तैयारी करने का संकल्प लेते हुए अपार आईडी एवं यू डाइस अपडेशन की प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश भी दिया। सभी संस्था प्रमुखों के उपस्थित कर कोड के माध्यम से तथा व्यवस्था में आईटी एक्सपर्ट डॉली मढरिया एवं योगिता पाठक का विशेष योगदान रहा।अंत में जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के सी राव ने सभी संस्था प्रमुखों से शासन के निर्देशानुसार तथा बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए आगामी 10वीं एवं 12वीं परीक्षा के परीक्षा परिणाम सुधार हेतु ब्लूप्रिंट के आधार पर अध्यापन कराने हेतु के निर्देश भी दिए।