रायगढ़। देव उठनी ग्यारस के दिन राम दुलारी का पार्थिव शरीर आज कयाघाट स्थित मुक्तिधाम में सूर्यास्त के पूर्व पंच तत्व में विलीन हो गया। भीगी पलकों से शहर वासियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। राम दुलारी को मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र बजरंग मित्तल ने दी। गौशाला के सह सचिव एवं
अपना घर आश्रम के सचिव बजरंग मित्तल छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन के उपाध्यक्ष कमल मित्तल की माता राम दुलारी के निधन से परिवार में शोक का वातावरण था। धर्म परायण महिला राम दुलारी की धर्म में आस्था थी और वे आज भी प्रात: स्नान कर पूजा हेतु अपने कमरे में आई और अचानक गिर पड़ी उन्हें ग्यारस के दिन अपनी मृत्यु का पूर्वाभाष भी था।चिकित्सकों ने घर पर ही उनके निधन की पुष्टि की। कोतरा रोड स्थित उनके निवास स्थान से कयाघाट मुक्तिधाम के लिए निकली अंतिम यात्रा में समाजिक व्यापारियों धार्मिक संस्थाओं से जुड़े गणमान्य जन सहित स्थानीय उद्योगपति भी शामिल हुए। गमगीन माहौल में भीगी पलकों राम दुलारी को अंतिम विदाई दी गई।
राम दुलारी पंचतत्व में हुई विलीन
