सारंगढ़। खाटू नरेश बाबा श्याम की महती कृपा से गोपाल जी मंदिर छोटे मठ में महंत बंशीधर दास मिश्रा के नेतृत्व में श्याम मंदिर का भूमि पूजन 115 वर्षीय संत श्री श्री 1008 श्री वाले रामगोपाल दास देवरघटा वाले के करकमलों से सवा 12 बजे वैदिक रीति से पांच आचार्य के द्वारा करवाया गया। श्याम मंदिर भूमि पूजन के विशिष्ट अतिथि बृजभूषण पांडे जी ने भी विधि विधान से पूजा कर खाटू नरेश बाबा श्याम जी के मंदिर का नींव रखें। श्याम मंदिर निर्माण के लिए लेंध्रा निवासी और रायगढ़ के महान श्याम भक्त बजरंग अग्रवाल के द्वारा गोपाल जी मंदिर छोटे मठ को बाबा श्याम बिहारी की सौ पुस्तकें निशुल्क प्रदान किए थे, जिन पुस्तकों से मंदिर में अनेकों बार श्याम पाठ करवाया गया। महंत बंशीधर दास मिश्रा के नेतृत्व में आज देवउठनी एकादशी के दिन संतो के संत राम गोपाल दास जी के हाथों से भूमि पूजन संपन्न हुआ।
भूमि पूजन उपरांत संतो के संत राम गोपाल दास जी ने कहा कि – इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत का विशेष महत्व है। देव उठनी एकादशी के साथ ही हिंदू समाज में शादी-ब्याह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इस अवसर पर तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें तुलसी के पौधे का विवाह भगवान विष्णु के प्रतीक शालिग्राम के साथ किया जाता है। देवउठनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन उपवास रखकर भगवान विष्णु की कथा सुनने और उनकी पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
पथिक आश्रम के महंत सीताराम दास जी ने बताया कि – देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है, यह हिंदू धर्म में एक विशेष पर्व है। इसे कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। यह दिन भगवान विष्णु के जागरण का प्रतीक है, जिससे चातु र्मास समाप्त होता है और सभी मांगलिक कार्यों का आरंभ होता है। गोपाल जी मंदिर छोटे मठ के महंत बंशीधर दास मिश्रा ने बताया कि – देवउठनी एकादशी को ही खाटू श्याम का जन्म हुआ था, इसलिए इसे जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। खाटू श्याम जी जिन्हें श्याम बाबा के नाम से भी जाना जाता है भगवान श्रीकृष्ण के कलियुग अवतार माने जाते हैं। उनका मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के खाटू कस्बे में स्थित है और यह भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। खाटू श्याम जी की पूजा और आराधना से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, और उनके भजन-कीर्तन से भक्तों में भक्ति और प्रेम का संचार होता है। खाटू श्याम जी के अनुयायी एकादशी के दिन विशेष पूजा और भजन- संकीर्तन का आयोजन करते हैं। ऐसा माना जाता है कि – एकादशी के दिन व्रत रखकर खाटू श्याम जी की आराधना करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है। भूमि पूजन के दौरान पत्रकार भरत अग्रवाल, राजकुमार गोयल, मनोज अग्रवाल, संतोष गर्ग, अमित केजरीवाल, बंसल जी के साथ ही साथ अन्य लोग भूमि पूजन के साक्षी बने।