रायगढ़। 35 टन सरिया की हेराफेरी करने वाले आरोपी ट्रक चालक और एक स्थानीय व्यापारी को पूंजीपथरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही करीब 19 लाख रुपये मूल्य का चोरी हुआ माल भी बरामद किया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पंूजीपथरा थाना में शिकायतकर्ता दीपक बंसल (27 वर्ष) निवासी सेक्टर 14 हिसार (हरियाणा) वर्तमान रायपुर सिक्नेचर होम ने सात नवंबर को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराया था कि 16 अक्टूबर 2024 को रायगढ़ इस्पात एवं पावर प्रालि. देलारी से हरियाणा के हिसार स्थित शुभम एसोसिएट के लिए 35.1 टन सरिया जिसकी कीमत लगभग 18.96 लाख रुपये को ट्रांसपोर्टर एमपी छत्तीसगढ़ ट्रांसपोर्ट के जरिए भेजा गया था। सरिया लोड कर ट्रक क्रमांक सीजी04 पीपी-5256 में ट्रक चालक विकास सिंह को हरियाणा के लिए रवाना किया गया, परन्तु 6 नवंबर तक गंतव्य स्थान पर सामान नहीं पहुंचने पर शिकायतकर्ता ने ट्रक चालक और ट्रांसपोर्टर से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जिससे पीडि़त के शिकायत पर पूंजीपथरा पुलिस ने 35.1 टन सरिया की चोरी होने के मामले में धारा 316(3) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया था। साथ ही एसपी के मार्गदर्शन में पंूजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा की टीम द्वारा कार्रवाई शुरू किया गया। ऐसे में एएसआई जयराम सिदार के नेतृत्व में पुलिस टीम को शहडोल भेजा गया। 8 नवंबर को पुलिस टीम ने ट्रक चालक विकास सिंह को हिरासत में लिया, जिसने पूछताछ में बताया कि उसने शहडोल जिले के ब्यौहारी में व्यापारी दिनदयाल गुप्ता उर्फ बटू के गोदाम में 15 टन सरिया अनलोड कर दिया था। पुलिस ने विकास सिंह और व्यापारी दिनदयाल गुप्ता के मेमोरेंडम पर कुल 35.1 टन सरिया जब्त कर लिया, जिसकी कीमत लगभग 18.96 लाख रुपये बताई जा रही है।
वहीं पुलिस ने अमानत में खयानत की धाराओं के तहत आरोपी दीनदयाल गुप्ता उर्फ बटू पिता मोतीलाल गुप्ता 37 वर्ष निवसी ब्यौहारी, सुखातरीया, अस्पताल रोड थाना ब्यौहारी, जिला शहडोल, म.प्र. तथा विकाश सिंह पिता धीरेश सिंह 31 वर्ष निवासी अमीलकी थाना गोविंदगढ़, जिला रीवा म0प्र0 को शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
इनकी ही अहम भूमिका
उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन तथा एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, डीएसपी अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर मिली सफलता में थाना प्रभारी राकेश मिश्रा, एएसआई जयराम सिदार, प्रधान आरक्षक लोमेश राजपूत, आरक्षक ओम प्रकाश तिवारी और साइबर सेल के आरक्षक विकास प्रधान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।