महापल्ली। आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय नया रायपुर के निर्देशानुसार शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के संबद्ध महाविद्यालय बटमूल आश्रम महाविद्यालय साल्हेओना महापल्ली के सभागार में 6 नवंबर 2024 को जनजातीय गौरव माह के अंतर्गत जनजातीय समाज के गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम मुख्य वक्ता प्रो. बाल किशोर भगत (केएमटी शासकीय कन्या महाविद्यालय रायगढ़), मुख्य अतिथि श्री एन आर प्रधान (चेयरमैन बटमूल कॉलेज संचालन समिति), प्राचार्य डॉ पी एल पटेल, वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो पीके कापड़ी के द्वारा वाक् देवी मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।
मुख्य वक्ता प्रो बालकिशोर भगत जी को अंग वस्त्र एवं श्रीफल भेंट कर कार्यक्रम संयोजक प्रो पीके गुप्ता द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा गुप्ता ने उक्त कार्यशाला के पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला, उद्बोधन की कड़ी में सर्वप्रथम कार्यक्रम संयोजक प्रो पीके गुप्ता ने कार्यशाला के स्वागत भाषण देते हुए कहा कि अधिकांश भारतीय कबीलों का निवास वनों में है और वे वन्य प्राकृतिक साधनों पर ही निर्भर करते हैं। तत्पश्चात महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो पीके कापड़ी ने जनजातीय समाज की गौरवशाली अतीत के बारे में अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जनजातीय समाज के लोक प्रकृति के करीब रहते हैं, प्राचीन समय में उनके पास बहुत समृद्ध मौखिक परंपराएँ थीं। वे कई असमान वर्गों में विभाजित नहीं थे।
समाज के सदस्य रिश्तेदारी के बंधन से एकजुट थे।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी एल पटेल ने उक्त कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि जनजाति वास्?तव में भारत के आदिवासियों के लिए इस्?तेमाल होने वाला एक वैधानिक पद है। भारत के संविधान में अनुसूचित जनजाति पद का प्रयोग हुआ है और इनके लिए विशेष प्रावधान लागू किये गए हैं।
मुख्य अतिथि श्री एन आर प्रधान ने जनजातीय समाज के लोगों के साथ बिताए हुए अपने अमूल्य समय को याद करते हुए जनजाति समाज के संस्कृति को बताया। तत्पश्चात मुख्य वक्ता प्रो बाल किशोर भगत ने जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों में योगदान को विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा गुप्ता एवं आभार व्यक्त कार्यक्रम के सहसंयोजक प्रो लक्ष्मीन खडिय़ा ने किया। उक्त अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पी. एल. पटेल, वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. पी.के.कापड़ी, प्रो. पी.के. गुप्ता, डॉ. के.के.गुप्ता, डॉ. गीता देवांगन, डॉ विक्रांत गुप्ता, प्रो. नीलकंठ निषाद, प्रो. प्रज्ञा प्रधान, प्रो स्मिता पण्डा, प्रो लक्ष्मीन खडिय़ा, श्रीमती अनुप्रिया गुप्ता, निशांत पण्डा, सुमन किसान, यमुना मेहर, सुशीला यादव, गणमान्य नागरिक एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के साथ भारी संख्या में छात्र-छात्राओं की सक्रिय उपस्थिति रही।
बटमूल कॉलेज में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
जनजातीय समाज के गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान पर हुआ कार्यशाला, प्रो. बाल किशोर भगत केएमटी कॉलेज रायगढ़ रहे मुख्य वक्ता
