रायगढ़। दो दिन से लापता छात्र के शव को एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार को पाकुट डेम से ढूंढ निकाला है, मामले की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार लैलूंगा थाना क्षेत्र के ग्राम कुर्रा निवासी निलेश नायक, पिता बेनुधर नायक (17 वर्ष) पत्थलगांव में पढ़ाई करता था, ऐसे में विगत 3 नवम्बर की सुबह उसने दोस्तों के साथ घर से घूमने के लिए निकला था, लेकिन देर शाम तक जब घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने काफी खोजबीन किया लेकिन पता नहीं चलने पर इसकी सूचना लैलूंगा थाना में दर्ज कराई। साथ ही परिजनों द्वारा आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि उक्त छात्र लैलूंगा के खम्हार डेम के जामबहार स्थित पाकुट डेम की तरफ जाते हुए देखा गया था। जिससे उसके पानी में डूबने की आंशका को देखते हुए खोजबीन की जा रही थी, साथ ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो उनके द्वारा एसडीआरएफ टीम को सूचना दी गई, जिससे टीम ने सोमवार को देर शाम तक डेम में खोजबीन किया, लेकिन नहीं मिला। ऐसे में एसडीआरएफ टीम ने मंगलवार को सुबह से ही डेम में उतरकर तलाश शुरू कर दी थी। जिससे गहरे पानी से उसके शव को ढूंढ कर निकाला। इस दौरान युवक की लाश मिलने की जानकारी लगते ही मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। साथ ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच कर मर्ग कायम कर शव को लैलूंगा अस्पताल भेजा गया, जहां पीएम उपरांत शव परिजनेां को सौंप दिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पत्थर लेकर कूदा था डेम
इस संंबंध में लैलूंगा थाना प्रभारी राजेश जांगड़े ने बताया कि मृतक निलेश के शव को जब बाहर निकला गया तो उसके पास एक बैग था, जिसमें पत्थर भरा हुआ था। ऐसे में वजन होने के कारण उसकी लाश नीचे बैठ गया था। साथ ही पुलिस का कहना था कि इस संबंध में जब उसके दोस्तों से बात की गई तो उनका कहना था कि वह बोल रहा था कि आत्महत्या करने करने से कैसा लगता है। साथ ही अगर पत्थर बांधकर पानी में घुसेंगे तो तैर पाएंगे की नहीं। ऐसे में अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। जिससे पीएम रिपोर्ट आने के बाद मर्ग जांच उपरांत ही असलियत सामने आ सकेगा।
लापता छात्र की दूसरे दिन पाकुट डेम से मिली लाश
एसडीआरएफ टीम दो दिन से कर रही थी तलाश, घूमने के लिए निकला था छात्र
