रायपुर। केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रायपुर आ रहे हैं। दरअसल प्रदेश में पहली बार भारतीय सडक़ कांग्रेस अधिवेशन होने जा रहा है। रायपुर इस 83वें कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगा। ये कार्यक्रम 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक शहर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में होगा। भारत की हर मेट्रो सिटी के बड़े डेवलपर्स इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, इं?डोनेशिया, सिंगापुर जैसे देशों के कंस्ट्रक्शन एक्सपर्ट और वैज्ञानिक भी यहां पहुंचेंगे। 4 दिनों तक चलने वाले इस अधिवेशन में रोड कंस्ट्रक्शन से जुड़ी नई तकनीक पर चर्चा होगी। ये भी तय होगा कि आगे आने वाले दिनों में भारत और छत्तीसगढ़ में किस तकनीक से अधिक टिकाऊ सडक़ें बनाई जा सकती हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया देशभर से 3000 प्रतिनिधि इस अधिवेशन में शामिल होने रायपुर पहुंचेंगे। दुनिया में निर्माण के क्षेत्र में जो नई टेक्नोलॉजी आ रही है, जो नए प्रयोग हो रहे हैं उन सब पर यहां चर्चा होगी। हमने निर्धारित किया है कि छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति सभ्यता से पूरे देश के लोगों को परिचित करा सकें। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, खनिज, पर्यटन, वन की ताकत को भी हम प्रदर्शित करने वाले हैं। देश के सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
उप मुख्यमंत्री साव ने एन.एम.डी.सी., एन.टी.पी.सी., सेल (भिलाई स्टील प्लांट), छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी और कई विकास निगमों के स्टॉल और प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने अतिथियों को छत्तीसगढ़ की कला, शिल्प और लोक संस्कृति से अवगत कराने छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प, ग्रामोद्योग, पर्यटन, संजीवनी, वन विकास के स्टॉल्स का भी समुचित समायोजन आयोजन स्थल पर करने को कहा।
इस कार्यक्रम में तकनीकी प्रदर्शनी भी होगी और युवा इंजीनियरों के लिए प्रतियोगिताएं होंगी। एनआईटी, आईआईटी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के 60 स्टूडेंट्स को आईआरसी का मेंबर बनाया जाएगा। इस दौरान सडक़ से संबंधित नवाचारों पर प्रेजेंटेशन होंगे और उन पर चर्चा भी होगी। सेमिनार से आए उपयोगी सुझावों पर अमल भी किया जाएगा। सडक़ों के सुदृढ़ीकरण के लिए 1929 में जयकर कमेटी का गठन किया गया था। इसके सुझावों पर 1934 में भारतीय सडक़ कांग्रेस की स्थापना की गई थी। इसके द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सडक़ों के विकास के लिए मानक और विनिर्देशों का निर्धारण किया जाता है।
अधिवेशन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। पहले दिन छत्तीसगढ़ी, दूसरे दिन सुदेश भोसले, अनूप जलोटा और विभिन्न कलाकारों की प्रस्तुति होगी। देश-विदेश से आए इंजीनियर्स को नवा रायपुर, जंगल सफारी, चंपारण, सिरपुर, बार नवापारा, गंगरेल, भोरमदेव, चित्रकोट, दंतेवाड़ा जैसे पर्यटन स्थलों पर भी ले जाने का कार्यक्रम है।
विभाग ने इस पूरे आयोजन की तैयारियां युद्ध स्तर पर की हैं। मैदान में 129 स्टॉल लगाने के लिए 2 बड़े डोम बनाए जा रहे हैं। इनमें सडक़, पाथ-वे, डिवाइडर के डिजाइन के साथ अलग-अलग उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे। इनसे लोगों को इस क्षेत्र में हो रहे बदलावों की जानकारी मिलेगी। भारत सरकार ने आठ रोड ब्लॉक के लिए 892 करोड़ 36 लाख रुपए छत्तीसगढ़ के लिए स्वीकृत किए हैं। राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश के 6 जिलों में कुल 323.9 किलोमीटर सडक़ खंडों के विकास के लिए इस साल 9 सितम्बर को केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था। 8 अक्टूबर को केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रस्ताव पर सहमति दी थी। मंजूर की गई इस राशि से बेमेतरा और मुंगेली जिले में नांदघाट-मुंगेली सडक़ खंड और बेमेतरा-नवागढ़-मुंगेली सडक़ खंड का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जाएगा। राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव-चौकी-मोहला मानपुर सडक़ खंड, जशपुर जिले के बागबहार-कोतबा सडक़ खंड, लुड़ेंग-तपकरा-लावाकेरा सडक़ खंड और जशपुर-आस्टा-कुसमी सडक़ खंड के मजबूतीकरण का कार्य भी इनमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी-सरवानी-पसीद-अमलडिहा-बरतोरी-दगोरी सडक़ खंड, राजनांदगांव और खैरागढ़ जिले के राजनांदगांव-कवर्धा-पोंडी सडक़ खंड के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण का काम भी इस राशि से किया जाएगा।