रायगढ़। जिला अस्पताल के व्यवस्थाओं के जांच के लिए दिल्ली से एक टीम पहुंची जो अस्पताल के व्यवस्थाओं व सुविधाओं की गहनता से जांच कर रही है। इनके द्वारा रिपोर्ट तैयार कर केंद्र शासन को भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अस्पतालों द्वारा मरीजों को दिए जाने वाली सुविधाओं को की जांच करने कभी राज्य स्तर को कभी केंद्र स्तर टीम पहुंचती है, जिनके द्वारा रिपोर्ट तैयार कर सुविधाओं को व्यवस्थाओं के आधार पर ग्रेटिंग तय होती है। जिसको लेकर सोमवार को दिल्ली से केंद्रीय जांच टीम के सदस्य नेशनल असेसर सुगंधिरा सुंदराज रायगढ़ पहुंची हुई थी। इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल के तहत संचालित हो रहे स्वास्थ्य सुविधाओं को गहनता से जंाच कर उसका रिपोर्ट तैयार की है। इस दौरान (अल्कवास नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस स्टैंर्ड) की टीम के सदस्य ने सबसे पहले जिला अस्पताल के तहत संचालित हो रहे ब्लड बैंक की जांच जांच की, इस दौरान ब्लड बैंक में किस ग्रुप के कितने ब्लड है और उसको किस तरह से रखा गया है, साथ ही ब्लड डोनेट होने के बाद कैसे उसकी जांच की जाती है, इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से पूरी जानकारी ली। इसके बाद जिला अस्पताल के ओपीडी से लेकर आईपीडी तक जांच किया।
इस दौरान वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को किस तरह से सुविधाएं दी जा रही है, साथ ही वार्ड की साफ-सफाई से लेकर दवा तक की जानकारी ली गई। इसके साथ ही केजुअल्टी में गंभीर मरीजों के लिए सुविधाएं है और क्या होनी चाहिए, साथ ही गंभीर मरीज आने पर उसको किस तरह उपचार शुरू करना इस संबंध में भी जानकारी ली, साथ ही जिला अस्पताल के हिसाब से और क्या सुविधाएं होनी चाहिए इस संंबंध में भी स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की गई है।
जिला अस्पताल के जांच के लिए केंद्रीय टीम पहुंची थी, जिनके द्वारा जिला अस्पताल व एमसीएच की जांच कर रिपोर्ट तैयार किया गया है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि क्या ग्रेड मिलता है।
डॉ. उषा किरण भगत, सीविल सर्जन, केजीएच
एमसीएच में भी पहुंची थी टीम
जिला अस्पताल के जांच के बाद टीम मदर एण्डं चाईल्ड अस्पताल पहुंची थी, जहां पीडियाट्रिक्स से लेकर गायनिक वार्ड तक के ओपीडी व आईपीडी की जांच की गई। इसके साथ ही हर दिन यहां कितने मरीज आते हैँ और किसी तरह के ज्यादा मरीज आते हैं, इस संबंध में चर्चा की गई। इसके साथ ही विशेष तौर पर सुविधाएं और स्वच्छता पर ज्यादा ध्यान दिया गया। वहीं विभागीय अधिकारियों की मानें तो यह टीम हर साल पहुंचती है, लेकिन इस बार दो साल में पहुंची है।
दिल्ली से तय होगा ग्रेडिंग
जांच करने पहुंची टीम की मानें तो वर्तमान में अस्पताल के सुविधाओं व व्यवस्थाओं के साथ-साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके बाद यह रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी, जहां जांच के बाद जिला अस्पताल का ग्रेडिंग तय होगा। ऐसे में अब जिला अस्पताल को क्या ग्रेड मिलता है, यह तो रिपोर्ट जांच के बाद ही पता चल सकेगा।