रायगढ़। शहर के सावित्री नगर में संचालित विवादित मीना बाजार में शुक्रवार की रात एक युवक पर झुला संचालक के द्वारा हथौडीनुमा हथियार से पेट में वार कर घायल करने का मामला सामने आया है। पीडि़त के थाने पहुंचने की जानकारी के बाद मीना बाजार संचालक के द्वारा इस पूरे मामले को सुलझाने के लिये समझौता करने का दौर शुरू हुआ और रविवार की शाम तक इस पूरे मामले में समझौता हो चुका है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर के इंदिरा नगर का रहने वाला वसीम खान 27 साल शुक्रवार की रात अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सावित्री नगर में संचालित मीना बाजार घूमने गया था। इसी दौरान आकाश झुला में वसीम की पत्नी चढऩे लगी तब शराब के नशे में धुत्त एक युवक उनके ही साथ झुला में चढऩे लगा, वसीम के द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो उक्त युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर हथौड़ीनुमा हथियार से वसीम के पेट में प्राणघातक हमला कर दिया जिससे लहुलूहान हालत में परिजनों के द्वारा उसे एक निजी अस्पताल में उपचार हेतु ले जाया गया जहां उसके पेट में चार टाका लगा है। बताया जा रहा है कि जिस युवक ने वसीम के साथ मारपीट की है वह मीना बाजार का ही सदस्य है।पीडि़त के थाने पहुंचने की जानकारी के बाद मीना बाजार संचालक के द्वारा इस पूरे मामले को सुलझाने के लिये रविवार की की सुबह समझौता करने का दौर शुरू हुआ और फिर शाम 4 बजे तक दोनों पक्षों में समझौता हो चुका है।
सुरक्षित नही मीना बाजार
शुक्रवार की रात सावित्री नगर मीना बाजार में हुई घटना के बाद शहर के लोगों का कहना है कि मीना बाजार संचालकों के द्वारा ही वहां आने महिलाओं के साथ इस तरह की हरकत की जाती है तो ऐसे में वहां जाना कतई उचित नही होगा। एक समय ऐसा था जब मीना बाजार स्थल में पुलिस पूरे समय ड्यूटी रहती थी जिसके कारण वहां कभी इस तरह की घटना घटित नही हुई।
रोज लगता है शराबियों का जमावड़ा
शहर के सावित्री नगर में जिस जगह पर मीना बाजार संचालित है उसके ठीक बगल में शराब दुकान होनें की वजह से मीना बाजार के अंदर व बाहर शराबियों का अलग-अलग समूह घुमते आसानी से देखा जा सकता है। शराबियों के द्वारा आए दिन परिवार के साथ मीना बाजार घुमने आये महिलाओं एवं युवतियों के साथ छेड़छाड की घटनाएं भी की जा रही है।
नही होती पुलिस गश्त
एक समय था जब जन्माष्टमी के समय लगने वाले मीना बाजार क्षेत्र में जूटमिल चैकी प्रभारी अमित पाटले के द्वारा रात 10 बजते ही मीना बाजार को बंद करवाकर अपनी टीम के साथ लगातार गश्त करते हुए शराबियों व असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाती थी। परंतु इस बार मीना बाजार स्थल न तो पुलिस की ड्यूटी देखी जाती है और न ही पुलिस के द्वारा इस क्षेत्र में गश्त किया जा रहा है। जिससे इस क्षेत्र में लगातार असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होनें लगा है।