सारंगढ़। नगर के आबोहवा में सरसींवा गैंग रेप मामला की चर्चा क्षेत्र के गलियारे में है। पीडि़ता महिला का कहना है कि 4 दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपी थी, जिस ज्ञापन में उसके साथ गैंग रेप होने की बात कहीं। उन्होंने अपने आवेदन में यह भी कहीं की की मेरे साथ गैंग रेप करने वालों का नाम का खुलासा में न्यायालय में ही करुंगी। उसके बाद नाम का खुलासा कैसे हुआ। उक्त प्रकरण पर हवा का रुख, आमजन की चर्चा के तहत सुभाष जालान, सीईओ जपं प्रतीक प्रधान, सहकारिता सीईओ माखन सिंह कंवर और समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान का नाम सुनने में आ रहा है। इतर सच्चाई कुछ और बयां कर रही है। जिस पर ध्यान देना निहायत जरूरी है।
सच क्या है? क्या यह सच नहीं है कि प्रार्थीया और गोपी टंडन के बीच 2 साल से कोई संबंध नहीं है, यह एक दूसरे से अलग रहते हैं, सामाजिक रूप से इनका तलाक हो चुका है। क्या यह सच नहीं है कि 2 वर्ष पूर्व प्रियंका अपने पति के खिलाफ सरसींवा थाना में अपराध पंजीबद्ध करवाई थी, जिस आवेदन के आधार पर प्रियंका के पति गोपी टंडन पर धारा 151 लगा गिरफ्तार किया गया था। क्या यह भी सच है कि सहकारिता सीईओ माखन सिंह कंवर द्वारा आठ माह पूर्व थाना में एक आवेदन दिया गया था कि जिसमें प्रार्थीया के द्वारा बलात्कार प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई थी। क्या यह भी सच है पूर्व में दो उप अभियंता को भी सेक्स स्कैंडल में फंसा कर चार-चार लाख की राशि ले मामला रफा-दफा किया गया था। क्या यह भी सच है घटना दिनांक को सुभाष जालान जांजगीर बैठक में थे वही प्रतीक प्रधान सारंगढ़ मशाल यात्रा में थे। क्या यह भी सच है कि अपराध पंजीबद्ध होने और डाक्टरी मुलाहिजा होने से पूर्व आवेदिका द्वारा बच्चेदानी निकलवा दिया गया था।सच-सच होता है क्या इसे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से जोड़ा जा सकता है। क्या गोपी टंडन को नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद नौकरी लगने के नाम पर यह कोई साजि़श तो नहीं।
सच्चाई को करीब से जानने के लिए पत्रकार भरत अग्रवाल, श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला अध्यक्ष गोल्डी नायक, वरिष्ठ पत्रकार राजेश यादव, रामकिशोर दुबे, मिलाप बरेठा,ओमकार केसरवानी, इंद्रजीत मेहर सरसींवा थाना 11 बजे पहुंचे जहां सैकड़ो की भीड़ एकत्र थी, भीड़ के बारे में जब जानकारी ली गई तो पता चला की उक्त भीड़ में सेक्स स्कैंडल की प्रार्थीया की मां उसके पड़ोसी महिला, पुरुष और युवा ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। जिसमें यह बात खुलकर सामने आया कि गोपी टंडन का चरित्र उज्जवल नहीं है। वह गुंडा है और जो प्रार्थी के मां फुलबाई को धमकी दिया है कि इस मामले में अगर किसी को कुछ कहोगी तो तुम्हारे खिलाफ कानूनी कार्यवाही के साथ मारपीट की जाएगी। प्रार्थीया की मां फूलबाई ने बताया कि गोपी टंडन के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई है। वही उसके पड़ोसियों ने इस बात की जानकारी दी कि अगर तुम सब इस मामले में राजनीति करते हो या सच्चाई बताते हो तो तुम सब लोगों को जान से मरवा दिया जाएगा। जब तक पुलिस इस विषय पर संज्ञान लेकर दूध का दूध और पानी का पानी नहीं करती तब तक इस विषय पर कुछ कहना अर्थात पानी में डंडा पीटने की तरह से होगा। इस मामले में इस सत्य को भी झूठलाया नहीं जा सकता कि इस क्षेत्र में कुछ सेक्स वर्कर सक्रिय है, जो देह व्यापार में संलग्न हो उच्च अधिकारी, बड़े नेता, मालदार पार्टी, प्रतिष्ठित नागरिकों को फंसाने का काम करती है और लंबी रकम की मांग करती है। लंबी रकम नहीं मिलने की स्थिति में उनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करवाती है। जैसे पूर्व में दो उप अभियंता के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था व न्यायालय में बयान बदलकर मोटी रकम ली गई थी।