रायगढ़। आगामी विधानसभा चुनाव को कुछ महीने शेष रह गये है प्रदेश में चुनावी रणभेरी बजने को आतुर है राजनैतिक पार्टियों ने जीत हार को लेकर प्रत्याशियों की समीक्षा करते हुए टिकट बंटवारे की प्रक्रिया सुरु कर दी है भाजपा ने पहले बाजी मारते हुए 21 प्रत्याशियों को मैदान में उतार कर टिकट बंटवारे की सुरुवात कर दी है वही कांग्रेस अपनो में ही उलझी नजर आ रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लैलूंगा विधानसभा से भाजपा द्वारा तमनार क्षेत्र से राठिया दंपत्ति में से किसी एक को मैदान में उतारने की चर्चा का बाजार गर्म है। वहीं सूत्र बताते है कि प्रदेश कांग्रेस ने ब्लाक अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष से प्रत्याशियों के संबंध में जानकारी मांगी है कांग्रेस से चक्रधर सिदार ह्रदय राम राठिया विद्यावती सिदार व सुरेन्द सिदार का नाम शामिल है तो वही भाजपा से सुनीति राठिया अमल साय राठिया जागेश सिदार देवेंद्र प्रताप का नाम शामिल होने की बात कही जा रही है। इनमें से कांगे्रस से चक्रधर सिदार और भाजपा से श्रीमती सुनीति राठिया पर अंतिम सहमति बनने की संभावना बलवती होती दिख रही है।
यह है भौगोलिक स्थिति
लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र के दक्षिण की ओर रायगढ़, पश्चिम में खरसिया व धमरजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र को छूते हुए उत्तर में पत्थलगांव, जशपुर हैं। पूर्वी क्षेत्र में ओडिशा की सीमा है। पूरा विधानसभा क्षेत्र वन व पहाड़ी क्षेत्रों से घिरा हुआ है। विधानसभा क्षेत्र में नगर निगम रायगढ़ के पांच वार्ड हैं। लैलूंगा, तमनार व रायगढ़ जनपद के 154 ग्राम पंचायतें शामिल हैं। वही एक नगर पंचायत लैलूंगा है।
ऐसे में देखना होगा कि लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में क्षेत्रीय जातीय समीकरण कैसे और क्या रहेगा। लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1 लाख 80 हजार मतदाता है जिसमे 2 जनपद पंचायत क्षेत्र है लैलूंगा में 75 पंचायत क्षेत्र है वही और तमनार ने 62 पंचायत क्षेत्र है कुछ क्षेत्र परिसीमन का आता है। लैलूंगा विधानसभा में लगभग 37 से 38 हजार वोटर राठिया वही कवंर समाज के 25 से 28 हजार वोटर है राठिया कवंर के कुल 62 से 65 हजार मतदाता है गोंड समाज से लगभग 25 हजार मतदाता है उरांव समाज से 18 से 20 हजार वोटर है साथ ही कोलता गांडा समाज का व अन्य वर्ग के भी वोट है।
चुनाव में तमनार क्षेत्र के राठिया कंवर समाज लगभग 35 हजार वोट है जिसमे लगभग 28 हजार वोट जो सीधे तौर पर भाजपा के पक्ष का वोट माना जाता है वही 8 हजार कांग्रेस का ऐसे में तमनार क्षेत्र से लगभग 20 हजार भाजपा की बढ़त होती है तो निश्चित ही कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी होगीं। वही लैलूंगा क्षेत्र में राठिया मतदाताओं की 20 हजार संख्या है जिसमे लगभग 12 हजार कांग्रेस के पक्ष के है तो लगभग 8 हजार भाजपा के पक्ष में जाते है लैलूंगा क्षेत्र में गोंड समाज के लगभग 17 हजार वोटर है तो वही तमनार 5 हजार वोट है। लैलूंगा क्षेत्र के 10 से 12 हजार गोंड वोटर कांग्रेस के है वही तमनार क्षेत्र से लगभग 3 हजार है पूरे विधानसभा में 7 हजार गोंड वोटर भाजपा के पक्षधर है।
परिसीमन क्षेत्र में गुप्ता व अन्य सामान्य वर्ग का बड़ा वोट बैंक है जहाँ कांग्रेस कुछ हद तक बढ़त वाला क्षेत्र माना जाता है। पूरे समीकरण में देखा जाए तो भाजपा अगर किसी राठिया को प्रत्याशी बनाती है तो कांग्रेस भी किसी राठिया को ही यहां से प्रत्याशी बनायेगी। तो ऐसे में तमनार क्षेत्र के भाजपा समर्थित राठिया वोटरों का वोट पाने में कुछ हद तक सफल हो सकती है। लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में इस बार राठिया वोटरो की निर्णायक भूमिका होगी। रणनीतिकारों का मानना है की भाजपा को रोचक मुकाबले में आने के लिए राठिया वोट को साधना महत्वपूर्ण हैं ऐसे में भाजपा किसी राठिया को मैदान में उतरती है तो कांग्रेस से मुकाबला रोचक हो सकता है और जीत की संभावना से इंकार नही किया जा सकता।