रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। अभी तक कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने नामांकन फार्म खरीदकर सबको चौंका दिया है। प्रमोद दुबे ने कहा कि, मैंने नामांकन फार्म खरीदा है। क्योंकि समय कम है। यदि पार्टी मुझे मौका देगी, तो नामांकन दाखिल करूंगा। वहीं, दीपक बैज इस मामले में मीडिया में प्रतिक्रिया देने से बचते दिखे। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, कांग्रेस के झगड़े दिखाई दे रहे हैं।
दीपक बैज से मीडिया ने पूछा कि, प्रमोद दुबे ने नामांकन फार्म खरीद लिया है। आपकी क्या राय है, तो उन्होंने पार्टी के कार्यक्रमों की बात शुरू कर दी। सवाल सुनने के बाद बैज ने कहा कि, बिल्कुल दक्षिण उपचुनाव के लिए कांग्रेस लगातार बैठक कर रही है। सीनियर नेताओं के साथ, बूथ अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं की बैठक कर रहे हैं। फीडबैक और मार्गदर्शन भी तैयारी के लिए दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, यह उपचुनाव निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी जीतेगी। 20 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ताओं का सम्मेलन करेगी। कार्यकर्ताओं को निश्चित रूप से कार्य करने के लिए रिचार्ज करेंगे। 34 साल का रिकॉर्ड दक्षिण विधानसभा उप-चुनाव में टूटेगा। प्रमोद दुबे के नामांकन पत्र खरीदने पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, कांग्रेस क्या करती है, ये तो उनका विषय है। लेकिन अब ये सही है कि कांग्रेस में आपस में कितने झगड़े हैं, वो दिख रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक, रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव के लिए 18 अक्टूबर को पहले दिन ही 8 नामांकन आवेदन खरीदे गए। इनमें लोकजन शक्ति पार्टी जनशक्ति सभा छत्तीसगढ़ प्रदेश से अभ्यर्थी जया राव, सुंदर समाज पार्टी से अभ्यर्थी रामकुमार अजगल्ले, निर्दलीय अभ्यर्थी राधेश्वर गायकवाड़, राइट टू रिकॉल पार्टी से अभ्यर्थी चंपालाल। निर्दलीय आशीष पांडे, धूं-सेना से अभ्यर्थी नीरज सैनी, समाजवादी पार्टी से मनीष श्रीवास्तव, इंडियन नेशनल कांग्रेस से प्रमोद दुबे ने नामांकन आवेदन खरीदा है। नामांकन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। 30 अक्टूबर को उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही सीनियर नेताओं के नाम दावेदार के तौर पर सामने आ रहे हैं।
साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के कन्हैया अग्रवाल सबसे कम वोटों से हारने वाले प्रत्याशी थे। इस चुनाव में बृजमोहन की लीड महज 17496 थी। राज्य बनने के बाद चौथे चुनाव में भाजपा को एंटी इनकंबेंसी की सामना करना पड़ा था। बृजमोहन किसी तरह रायपुर की यह सीट बचाने में कामयाब हो पाए थे। इसके बाद 2023 के चुनाव में बृजमोहन ने कांग्रेस के डॉ. महंत रामसुंदर दास को सबसे ज्यादा 67 हजार से अधिक वोटों से हराया।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव : प्रमोद दुबे ने कांग्रेस से खरीदा नामांकन फार्म
पार्टी ने प्रत्याशी की नहीं की है घोषणा, कांग्रेस के झगड़े दिख रहे : अरुण साव
