रायगढ़। ओडिसा रोड पर स्थित आरआर एनर्जी कंपनी के खिलाफ आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों का गुस्सा राख में दबी चिंगारी की तरह सुलगने लगा है। स्थानीय ग्रामीण जनहित के मामलों में कंपनी प्रबंधन की उदासीनता और ग्राम विकास को लेकर कंपनी की लापरवाही से खासे रूष्ट हैं और कंपनी के खिलाफ मुखर प्रदर्शन के लिये गांव-गांव में गुपचुप बैठकों का दौर शुरू हो चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार आर आर एनर्जी प्रबंधक के सुस्त रवैया और क्षेत्र में कम्पनी प्रबधक की उदासीनता से परेशान ग्रामीण एक फिर एकजुट होने लगे हैं जिसको लेकर ग्रामीणों की एक बैठक कुछ दिन पहले आहूत हुईं थी जिसमें आसपास के गांव के कुछ चुनिदा लोगो को बुलाया गया था।
एक स्थानीय ग्रामीण ने अपना नाम नहीं प्रकाशित करने की स्थिति में बताया कि आर आर एनर्जी के खिलाफ आसपास के गांव में लोगों में काफी गुस्सा है और हम लोगों की आपसी बैठक हुई अपने-अपने गांव में कंपनी के खिलाफ अपने भाई बांधों को एकजुट करने की बात पर चर्चा हुई है सबसे पहले हम लोग अपने चार से पांच बिंदुओं को लेकर दिपावली के बाद 15 से 20 ग्रामीण कलेक्टर से जनदर्शन में मिकलकर ज्ञापन देंगे अगर सुनवाई नहीं हुईं तो हम लोग कंपनी के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए जाम कर देंगे।
ग्रामीण ने बताया कि आर आर एनर्जी कंपनी के खिलाफ सबसे ज्यादा इस बात को लेकर है घुसा है कि कंपनी जनसुनवाई के समय कंपनी प्रबंधन द्वारा मीठी मीठी मनमोहक बातें की जाती है लेकिन विस्तार के बाद कम्पनी 5 प्रतिशत अपने कहे अनुसार कार्य नहीं करता है सबसे पहले कंपनी के अंदर आने वाली जमीन का मुआवजा देने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बात की जाती है लेकिन विस्तार के बाद पलटी मार दिया जाता है वही हाल हमारे ग्रामीण भाइयो के साथ हुआ है कंपनी से भारी मात्रा में प्रदूषण निकलता लोगों एवं हमारे बच्चे को नई-नई बीमारियों से सामना करना पड़ रहा है लेकिन आर आर कंपनी प्रबंधक के द्वारा स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर कभी कैंप नहीं लगाया जाता है कंपनी प्रबंधक के द्वारा गांव में सीएसआर से जुड़े हुए कोई भी कार्य लगभग कई वर्षों से नहीं किया जा रहा है।
कंपनी प्रबंधन के द्वारा कम्पनी क्षेत्र के स्थानीय गांव के लोगों को शिक्षित करने के लिए कर किसी तरह का कोई योजना या पहल नहीं की जा रही है कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारियों का ग्रामीणों के साथ दूव्यवहार की शिकायत आए दिन मिलती रहती है आर आर कंपनी क्षेत्र के आधा से एक किलोमीटर के दायरे में कई नोनीहालों का स्कूल है और कंपनी से प्रदूषण जोरों से निकल रहा है कोई ध्यान देने वाला नहीं है इन सब बातों को लेकर हम लोग कंपनी प्रबंधन के खिलाफ पहले कलेक्टर से शिकायत करगे अगर उसके बाद भी हल निकलता है तों कंपनी के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए ना किसी को अंदर आने देंगे और जाने देंगे।