रायगढ़। मंगलवार की सुबह जिंदल कंपनी के खिलाफ आधे दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए कंपनी के यार्ड का ताला बंद करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा लापरवाही बरतते हुए गर्म स्लैग को बिना तिरपाल ढके से यार्ड तक लाया जाता है जिससे इस क्षेत्र में कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है। कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों के आश्वासन के बाद आखिरकार ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिला मुख्यालय से तकरीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पतरापाली में स्थित जिंदल कंपनी के खिलाफ आज करीब सात गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए सुबह करीब 09 बजे से परसदा गांव के पास स्लैग यार्ड के पास पहुंच गए और यार्ड का गेट बंद करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि जिंदल कंपनी से निकले गरम स्लैग जो यार्ड में लाया जा रहा है, उसे ढंक कर लाया जाए और इस मार्ग में चलने वाले भारी वाहनों की रफ्तार तेज न हो। इस दौरान ग्रामीणों ने काफी देर तक यहां बैठकर अपना विरोध जता रहे थे। इस मामले की जानकारी कंपनी प्रबंधन के लगने के बाद वे तत्काल मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाईश देते हुए स्थिति सुधारने का आश्वासन दिया गया तब जाकर करीबन 1 बजे के आसपास चार घंटे बाद ग्रामीणों ने अपना विरोध समाप्त किया।
कई गांव के ग्रामीणों को होती है परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि जिंदल कंपनी से भारी वाहनों में गरम स्लैग निकलकर यार्ड लाया जाता था, इस दौरान रास्ते के कई गांव के लोगों के अलावा इस मार्ग से गुजरने वाले राहगिरों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही यहां की सडक़ भी खराब हो रही है। ऐसे में आज आसपास गांव के परसदा, मुरारीपाली, डोंगाढकेल, केराझर, किरोड़ीमल नगर, चिराईपानी व उच्चभि_ी के ग्रामीणों ने विरोध जताया।
कई बार कर चुके हैं शिकायत
जिंदल कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले जिंदल के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के लिए कई बार शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन द्वारा उनकी इस समस्या पर जरा भी ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते आज उन्हें आंदोलन का रूख अख्तियार करना पड़ा।
जल्द ही व्यवस्था में लाया जाएगा सुधार
जिंदल कंपनी के महाप्रबंधक हेमंत वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा किए जा रहे विरोध की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाईश दी गई है। व्यवस्था सुधार लिया जाएगा। जिसके बाद समझौता हो गया और विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया है।