रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- हमारी सरकार ने डिफेंसिव नीति को बदलकर आक्रामक नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि, नक्सलियों के विरुद्ध अभियान को मिल रही सफलता अभूतपूर्व है। शाह सोमवार को दिल्ली में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर बैठक ले रहे थे। बैठक में 8 राज्यों के सीएम शामिल हुए।
विज्ञान भवन में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा सहित चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी भी मौजूद थे। इनके अलावा बैठक में नक्सल प्रभावित राज्यों आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया गया था।इसके बाद मुख्यमंत्री साय प्रधानमंत्री मोदी से भी मिले। उन्होंने राज्य की विकास योजनाओं और एंटी नक्सल ऑपरेशन पर चर्चा की। प्रधानमत्री ने भी इस ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षाबलों के साहस की सराहा। केंद्रीय मंत्री शाह ने 4 सितंबर को हुए ऑपरेशन को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा-साय सरकार नक्सल मोर्चे पर बेहतर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने विकास का नया आयाम चलाया है। सरकार ने नक्सलियों के वित्तीय पोषण को भी रोका है।
उन्होंने कहा- छत्तीसगढ़ में मिली सफलता हम सभी के लिए प्रेरणा है। सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई मुहिम शुरू की है। इसका उद्देश्य राज्य सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाना है। इसका नतीजा है कि गांवों में स्कूल और सस्ते अनाज की दुकानें खुल गई हैं। शाह ने कहा- कुछ ग्रामीणों ने 30 साल बाद लोकसभा चुनाव में मतदान किया। 2019 से अब तक 280 नए कैंप बनाए गए हैं, 15 नए संयुक्त बल बनाए गए हैं। सीआरपीएफ की छह नई बटालियन भेजी गई हैं, जो अलग-अलग राज्यों में पुलिस की मदद कर रही है।
युवा हथियार छोडक़र मुख्य धारा से जुड़ें
समीक्षा बैठक में अमित शाह ने कहा कि- इस साल जनवरी से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ में 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। वहीं 801 नक्सली गिरफ्तार हुए और 742 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। उन्होंने कहा आज भी जो युवा नक्सलवाद में लिप्त है, उनसे आग्रह है कि हथियार छोड़ कर मुख्य धारा से जुड़ें।
केंद्र से मिलेगी हर संभव मदद-केंद्रीय गृहमंत्री
शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए सफल ऑपरेशन की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि छत्तीसगढ़ की खुफिया तकनीकी और आपसी समन्वय के आधार पर अपने-अपने राज्यों में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।
1 हजार जवानों ने 15 किमी में घेरी थी पहाड़ी-सीएम साय
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में नक्सल ऑपरेशन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मेहनत और प्लानिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे, जिन्होंने 15 किमी के दायरे में स्थित गवाड़ी पहाड़ को घेरकर 31 नक्सलियों को ढेर किया। सीएम साय ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति बढ़ाई गई है। हम निरंतर गांवों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचा रहे हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नक्सलियों के कोर एरिया में 32 नए कैंप स्थापित किए हैं।
नक्सली कमांडर की मां को भी दे रहे स्वास्थ्य सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि नक्सली बटालियन के कमांडर हिड़मा के गांव में भी हमने कैंप स्थापित किया है। उसकी मां को भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ को समाप्त कर स्थाई शांति और विकास सुनिश्चित करना है। निकट भविष्य में, दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जाएगी।
राज्यों के साथ बड़ा प्लान तैयार कर रहा है गृह मंत्रालय
नक्सलियों के खिलाफ गृह मंत्रालय राज्यों के साथ बड़ा प्लान तैयार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग रोकी गई, वैसे ही नक्सलियों को रोकने के लिए बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में साल 2010 के मुकाबले 2023 में नक्सल हिंसा में 72 प्रतिशत और मृत्यु में 86 प्रतिशत कमी आई है। इस साल देश में 202 नक्सली मारे गए हैं। 2024 के शुरूआती 9 महीनों में 723 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसके साथ ही वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 38 रह गई है।
नक्सलवाद पर अब आक्रामक नीति-अमित शाह
छत्तीसगढ़ समेत 8 राज्यों के मुख्यमंत्री की दिल्ली में हुई बैठक
