बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक महिला छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों से परेशान होकर फांसी लगा ली है। महिला ने कई रसूखदारों का लिया नाम भी लिया है। महिला ने बताया कि मैं प्रियंका सिंह आत्महत्या कर रही हूं। मेरी मौत की जिम्मेदार पप्पू यादव है निवासी श्रीकांत वर्मा मार्ग, नागू राव मेरे पड़ोसी डॉक्टर अजीत मिश्रा समर्पण क्लिनिक, हाईकोर्ट एडवोकेट दीप्ति शुक्ला बिलासपुर निवासी सांई दरबार, अनिल शुक्ला साई दरबार का पंडित, पंडित का बेटा है। ये बातें बिलासपुर की रहने वाली महिला ने सुसाइड से पहले फेसबुक लाइव में कही है। इसके अलावा उसने शहर के कुछ और बड़े लोगों का नाम लेकर कहा कि, छेडख़ानी और गुंडागर्दी से परेशान हो गई हूं। ये सभी छत पर आकर अश्लील इशारें भी करते हैं। पूरी घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। फांसी लगाने से पहले महिला ने शहर के कई बड़े लोगों पर 4 साल से छेड़छाड़ और परेशान करने का आरोप लगाया। लाइव में कहा कि वह इसके चलते सो नहीं पा रही थी। सुसाइड से पहले महिला ने लाइव के अलावा फेसबुक पोस्ट कर भी कुछ लोगों का नाम लिखा है। फेसबुक पर लाइव की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रियंका के घर पहुंची। इस दौरान बाहर से दरवाजा बंद था। पुलिस ने कई बार दरवाजा खट-खटाया लेकिन किसी ने नहीं खोला। तभी प्रियंका का पति अजय सिंह ड्यूटी से घर पहुंचा। अजय सिंह ने कहा कि, मेरे पास एक और चाबी है, उसने दरवाजा खोला और अंदर जाकर फिर बंद कर दिया। वह अकेले अंदर गया और पत्नी को फांसी के फंदे पर लटके देखा, पति ने खुद प्रियंका को फंदे से उतारकर बिस्तर पर लिटा दिया। इसके बाद पति ने फिर दरवाजा खोलकर पुलिस को जानकारी दी। अजय ने बताया कि, उसकी पत्नी प्रियंका तेज आवाज सुनकर घबरा जाती थी। बिजली और आग से भी वह डरती थी। पुलिस जब उसके घर के बाहर थी तो पत्नी के डरने की वजह से उन्होंने दरवाजा बंद किया। जब वो फांसी लगा ली थी, तब उन्होंने दरवाजा खोल कर पुलिस को घटना की जानकारी दी। जिस समय महिला ने फेसबुक में लाइव आकर सुसाइड की, तब उनकी बेटी आकांक्षा सिंह घर थी। लेकिन, उसे अपनी मां की आत्महत्या करने की जानकारी नहीं थी। आकांक्षा ने बताया कि उनकी मां ने घर के अंदर किसी को आने से रोकने और दरवाजा नहीं खोलने कहा था। इसके चलते पुलिस आई तो बेटी ने दरवाजा नहीं खोला। फेसबुक लाइव में उसने कहा कि, पप्पू यादव की हरकत में बाकी सभी लोग साथ देते हैं। यह सभी नागू राव की छत पर आकर अपने कपड़े उतार कर उसे अश्लील इशारे करते हैं। 26 फरवरी को बिजली ऑफिस के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर घर जला देने की साजिश की थी। प्रियंका सिंह का कहना है कि पप्पू यादव और उसके साथी रोजाना उसके घर पर पत्थर मारते हैं। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने पर अपराधी चाहे कितने भी रसूखदार हो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।